Rapid और मेट्रो ट्रेनों के संचालन में देरी: मेरठ में यह कारण आया सामने



मेरठ: रैपिड और मेट्रो ट्रेन का संचालन अभी तक शुरू क्यों नहीं हुआ? मेरठ में रैपिड और मेट्रो ट्रेनों के संचालन की प्रतीक्षा कर रहे नागरिकों के लिए यह एक…

मेरठ: रैपिड और मेट्रो ट्रेन का संचालन अभी तक शुरू क्यों नहीं हुआ?

मेरठ में रैपिड और मेट्रो ट्रेनों के संचालन की प्रतीक्षा कर रहे नागरिकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न बन गया है कि आखिर इन सेवाओं की शुरुआत में देरी का कारण क्या है। दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक नमो भारत रैपिड ट्रेन के ट्रायल रन का आयोजन 27 जून से लगातार चल रहा है। इस ट्रायल को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह और उम्मीद है, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।

ट्रायल रन में प्रगति और चुनौतियाँ

रैपिड ट्रेन के संचालन के लिए चीफ ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) द्वारा किए गए सर्वेक्षण में कुछ कमियों की पहचान की गई थी, जिन्हें ठीक करने की प्रक्रिया जारी है। हाल ही में, रैपिड ट्रेनों की गति को बढ़ाकर160 किमी प्रति घंटा करने के साथ-साथ फ्रीक्वेंसी को भी हर पांच मिनट में कर दिया गया है। यह बदलाव यात्रियों को तेज और सुविधाजनक यात्रा का आश्वासन देता है।

वहीं, मेट्रो ट्रेन के संचालन में भी तेजी लाई गई है। इसकी गति को120 किमी प्रति घंटा करने के साथ फेरे का समय सात मिनट कर दिया गया है। हालांकि, इन सभी सुधारों के बावजूद, ट्रेन सेवाओं के आधिकारिक संचालन की तिथि अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।

नागरिकों की चिंताएँ और प्रतिक्रिया

स्थानीय नागरिक इस स्थिति से निराश हैं और उनकी चिंताओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि इतनी लंबी देरी का कारण क्या है। कुछ लोगों का मानना है कि प्रशासनिक लापरवाही और बजट की कमी इस देरी का मुख्य कारण हो सकती है।

  • नागरिकों ने प्रशासन से सवाल किया है कि ट्रेनों के संचालन में इतनी देरी क्यों हो रही है।
  • कुछ लोगों ने सुझाव दिया है कि सरकार को इस मामले में तेजी लानी चाहिए ताकि यात्रियों को सुविधाएँ मिल सकें।
  • स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि रैपिड और मेट्रो सेवाएँ शुरू होने से उनके व्यापार में भी सुधार होगा।

सरकारी योजना और भविष्य की संभावनाएँ

सरकारी अधिकारियों का कहना है कि वे रैपिड और मेट्रो ट्रेनों के संचालन को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए सभी आवश्यक प्रक्रियाएँ पूरी की जा रही हैं। हालांकि, वास्तविक संचालन की तारीख की घोषणा अभी बाकी है। यह भी बताया गया है कि एक बार जब सभी प्रक्रियाएँ पूरी हो जाएँगी, तो संचालन शुरू करने में कोई समस्या नहीं होगी।

सरकार ने यह भी आश्वासन दिया है कि वे यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे और इसलिए सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, ट्रेनों के संचालन से शहर के यातायात में सुधार होने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी।

निष्कर्ष

मेरठ में रैपिड और मेट्रो ट्रेन सेवाओं का संचालन जल्द शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन अभी तक की स्थिति ने नागरिकों में चिंता और असंतोष पैदा कर दिया है। सरकार के प्रयासों की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि वे कितनी जल्दी और प्रभावी ढंग से समस्याओं का समाधान करती हैं। ऐसे में, स्थानीय नागरिकों को उम्मीद है कि जल्द ही अच्छे समाचार आएंगे और उनकी यात्रा को सुगम बनाने वाली ये सेवाएँ शुरू हो जाएँगी।

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