Arrest: 1000 से अधिक गाड़ियां चोरी करने का आरोप; दिल्ली पुलिस ने मेरठ के साकिब को दबोचा



दिल्ली पुलिस ने वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया दिल्ली पुलिस ने मेरठ के कुख्यात वाहन चोर को किया गिरफ्तार दिल्ली पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए मेरठ के…



दिल्ली पुलिस ने वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया

दिल्ली पुलिस ने मेरठ के कुख्यात वाहन चोर को किया गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए मेरठ के एक कुख्यात वाहन चोर को गिरफ्तार किया है, जिसने एक हजार से अधिक गाड़ियों की चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। आरोपी का नाम साकिब उर्फ गुड्डू है, जो अपने गिरोह के साथ मिलकर विशेष सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके गाड़ियों को चंद मिनटों में चुरा लेता था। यह गिरफ्तारगी दिल्ली पुलिस की पूर्वी जिला एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वायड (एएटीएस) टीम द्वारा की गई है।

साकिब उर्फ गुड्डू का गिरोह और उनकी तकनीक

27 वर्षीय साकिब और उसके साथी विशेष सॉफ्टवेयर की मदद से किसी भी गाड़ी की नकली चाबी बना लेते थे। पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह गिरोह चुराई गई गाड़ियों को दिल्ली से लेकर पंजाब, राजस्थान, कोलकाता, गुजरात और पूर्वोत्तर राज्यों में बेचता था। पुलिस उपायुक्त अभिषेक धानिया ने बताया कि यह गिरोह पहले गाड़ी की पहचान करता था, फिर गाड़ी का दरवाजा खोलकर ईसीएम को डिकोड करके चाबी बना लेता था।

गिरफ्तारी और बरामदगी

पुलिस ने साकिब को 24 सितंबर को प्रीत विहार इलाके से गिरफ्तार किया। उसके पास से एक करोड़ रुपये कीमत की तीन गाड़ियां, जिनमें फॉरच्यूनर, इनोवा और किया सेल्टोस शामिल हैं, बरामद की गईं। इसके अलावा, पुलिस ने आरोपी के पास से विशेष सॉफ्टवेयर से लोड एक टैबलेट भी जब्त किया है। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि उसके अन्य साथियों को भी पकड़ा जा सके।

इनाम और अन्य गिरफ्तारियों की योजना

मेरठ के नौचंदी थाने क्षेत्र में साकिब की गिरफ्तारी पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस अब उसके साथियों अजहरुद्दीन उर्फ अज्जू, उजैर और राशिद उर्फ काला की तलाश कर रही है। इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

पिछले अपराधों का रिकॉर्ड

पुलिस के अनुसार, साकिब के खिलाफ 26 मामले दर्ज हैं और वह पूर्व में कई बार जेल जा चुका है। जेल से बाहर आने के बाद भी वह लगातार वाहन चोरी की वारदातों में शामिल होता रहा है। हाल ही में न्यायालय ने उसकी पुलिस रिमांड भी दी है, जिससे पुलिस को इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी मिल सके।

गाड़ियों की पहचान और बिक्री की प्रक्रिया

साकिब ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे गाड़ियों को ऑन डिमांड भी चुरा लेते थे। उनके साथी पहले गाड़ी की पहचान कर लेते थे और फिर चोरी की प्रक्रिया को अंजाम देते थे। चोरी के बाद, गाड़ी को पहले मेरठ ले जाया जाता था और उसके बाद उसके इंजन और चेसिस नंबर बदल दिए जाते थे। इसके बाद, इन गाड़ियों को विभिन्न राज्यों में बेचा जाता था, और कई बार इन गाड़ियों को बैंक से जब्त गाड़ी बताकर भी बेचा जाता था।

पुलिस की आगे की कार्रवाई

पुलिस अब साकिब के अन्य साथियों की तलाश कर रही है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह का पूरी तरह से पर्दाफाश किया जाए। पुलिस का मानना है कि साकिब के साथी भी इसी तरह की गतिविधियों में शामिल हैं, और उनकी गिरफ्तारी से इस गिरोह के काम करने के तरीके और नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।

निष्कर्ष

दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई न केवल वाहन चोरी के मामलों में कमी लाने में मदद करेगी, बल्कि यह अन्य अपराधियों के लिए एक चेतावनी भी है कि कानून की पकड़ से बचना अब आसान नहीं है। साकिब उर्फ गुड्डू की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है और समाज में सुरक्षा बनाए रखने के लिए कार्यरत है।


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