“Warning: महामंडलेश्वर आत्मानंद गिरि ने दी चेतावनी, कहा बेटियों को लव जिहाद से बचाएं”



महामंडलेश्वर आत्मानंद गिरि का मंडला प्रवास: लव जिहाद पर कड़ी प्रतिक्रिया महामंडलेश्वर आत्मानंद गिरि अपने अल्प प्रवास पर मंडला पहुंचे, जहां उन्होंने समाज में बढ़ते लव जिहाद के मामलों को…

महामंडलेश्वर आत्मानंद गिरि का मंडला प्रवास: लव जिहाद पर कड़ी प्रतिक्रिया

महामंडलेश्वर आत्मानंद गिरि अपने अल्प प्रवास पर मंडला पहुंचे, जहां उन्होंने समाज में बढ़ते लव जिहाद के मामलों को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए संकेत दिया कि बेटियों को आज के समय में सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि कुछ लोग प्रेम के नाम पर समाज की मर्यादाओं को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना था कि ऐसे लोग बेटियों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, जो बेहद चिंताजनक है।

महामंडलेश्वर गिरि ने इस बात पर जोर दिया कि जो समाज अपनी बहनों को बहन नहीं मानता और अपने मामा, चाचा या दादा की बेटियों से विवाह करता है, वह समाज किसी अन्य की बेटी को बहन कैसे मान सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे लोग छल और प्रपंच के माध्यम से हिन्दू समाज की बेटियों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। उनके अनुसार, लव जिहाद के जरिए हमारी बेटियों का जीवन बर्बाद किया जा रहा है।

बेटियों के प्रति समाज की जिम्मेदारी

महामंडलेश्वर आत्मानंद गिरि ने बेटियों से अपील की कि वे किसी पर भी अंधविश्वास न करें और अपने परिवार के मार्गदर्शन में ही कोई भी बड़ा निर्णय लें। उन्होंने कहा कि समाज को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। यदि किसी स्थान पर इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं, तो परिवार और समाज को एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए। उनका मानना है कि समाज तभी सुरक्षित रहेगा, जब हर घर की बेटी सुरक्षित होगी।

उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान समय में युवा वर्ग को धार्मिक और सांस्कृतिक शिक्षा की ओर लौटने की आवश्यकता है। आधुनिकता के नाम पर परंपराओं को छोड़ देना समाज के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। उनका तर्क था कि हमारी संस्कृति ने हमेशा नारी को पूजनीय माना है, इसलिए समाज को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी शक्ति हमारे संस्कारों को आघात न पहुंचा सके।

श्रीराम कथा का महत्व

महामंडलेश्वर आत्मानंद गिरि इस समय मझगांव में आयोजित श्रीराम कथा का वाचन कर रहे हैं। प्रवास के दौरान उन्होंने कथा स्थल पर भी लोगों को धर्म, संस्कार और समाज में जागरूकता फैलाने का संदेश दिया। उनका कहना था कि श्रीराम कथा केवल धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि यह जीवन के आदर्शों को समझने और उन्हें व्यवहार में लाने का एक अनूठा अवसर है।

प्रवास के समापन पर उन्होंने एक बार फिर समाज से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर बेटियों की रक्षा के लिए खड़े हों और उन्हें किसी भी तरह के छल-प्रपंच से बचाएं। महामंडलेश्वर गिरि का यह संदेश समाज में जागरूकता फैलाने और बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

समाज में लव जिहाद के मामलों की गंभीरता

लव जिहाद के मामलों की बढ़ती संख्या ने समाज को चिंतित कर दिया है। इस संदर्भ में महामंडलेश्वर आत्मानंद गिरि के विचारों को व्यापक रूप से स्वीकार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें इस समस्या के प्रति सजग रहना चाहिए और बेटियों को इस मामले में शिक्षित करना चाहिए। समाज में जागरूकता फैलाना और परिवारों के बीच संवाद स्थापित करना आवश्यक है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

महामंडलेश्वर आत्मानंद गिरि की बातें केवल एक धार्मिक दृष्टिकोण नहीं हैं, बल्कि यह समाज के एक जागरूक नागरिक के रूप में उनकी जिम्मेदारी भी दर्शाती हैं। आज के समय में जब बेटियों की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा बन चुका है, ऐसे में समाज के हर वर्ग को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

महामंडलेश्वर आत्मानंद गिरि का मंडला प्रवास और उनका संदेश समाज को एक नया दृष्टिकोण देने में सहायक हो सकता है। उन्होंने हर व्यक्ति से अपील की कि वह अपनी जिम्मेदारी समझे और बेटियों की सुरक्षा के लिए सक्रिय रूप से काम करे। यह समय है जब समाज को एकजुट होकर अपने मूल्यों की रक्षा करनी होगी और बेटियों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करना होगा।

इस संदर्भ में, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे संस्कार और परंपराएँ सुरक्षित रहें और कोई भी बाहरी शक्ति हमारे परिवारों और समाज को विघटित न कर सके। केवल तभी हम एक सुरक्षित और समृद्ध समाज की स्थापना कर सकेंगे।

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