DGP, SSP के नाम FIR में होना चाहिए: वरुण चौधरी ने IPS अधिकारी पूरन कुमार आत्महत्या मामले में जवाबदेही की मांग की



IPS अधिकारी Y Puran Kumar की आत्महत्या पर कांग्रेस सांसद का बयान IPS अधिकारी Y Puran Kumar की आत्महत्या: कांग्रेस सांसद ने उठाए तीन प्रमुख मुद्दे कांग्रेस सांसद वरुण चौधरी…



IPS अधिकारी Y Puran Kumar की आत्महत्या पर कांग्रेस सांसद का बयान

IPS अधिकारी Y Puran Kumar की आत्महत्या: कांग्रेस सांसद ने उठाए तीन प्रमुख मुद्दे

कांग्रेस सांसद वरुण चौधरी ने शुक्रवार को वरिष्ठ IPS अधिकारी Y Puran Kumar की कथित आत्महत्या के बाद तीन मुख्य मांगें उठाई हैं। उन्होंने आरोपियों के नाम FIR में शामिल करने, जांच की निगरानी एक मौजूदा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा कराने और अधिकारी के परिवार को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की।

वरुण चौधरी की मांगें

पत्रकारों से बात करते हुए चौधरी ने कहा, “मेरी तीन मांगें हैं… दो प्रमुख आरोपी, हरियाणा के DGP और रोहतक के SSP, के नाम FIR में स्पष्ट रूप से होने चाहिए।” इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि जांच की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए इसे एक मौजूदा न्यायाधीश की अध्यक्षता में चलाना चाहिए। तीसरी मांग के रूप में, उन्होंने अधिकारी के परिवार के सदस्यों को सुरक्षा प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

कांग्रेस सांसद ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि FIR में वरिष्ठ अधिकारियों के नाम डालने में देरी क्यों हो रही है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि वे पारदर्शिता के साथ कार्य करें ताकि मृत IPS अधिकारी और उनके परिवार को न्याय मिल सके।

चंडीगढ़ पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT)

इसी बीच, चंडीगढ़ पुलिस ने वरिष्ठ IPS अधिकारी Y Puran Kumar की मृत्यु के मामले में गंभीर आरोपों के बाद एक छह सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। यह टीम मामले की गहन और निष्पक्ष जांच करेगी।

इस SIT का नेतृत्व इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (IGP) UT चंडीगढ़ पुष्पेंद्र कुमार करेंगे। यह विशेष टीम पुलिस थाना सेक्टर-11 (पश्चिम) में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 108 और 3(5) तथा अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 की धारा 3(1)(r) के तहत दर्ज मामले की जांच करेगी।

SIT की संरचना और कार्य

SIT में IGP पुष्पेंद्र कुमार के अलावा SSP कनवर्डीप कौर, SPICity KM प्रियंका, DSP ट्रैफिक चारन्यित सिंह विक, SOPO साउथ क्विजट कौर, और SHO PS-11 (पश्चिम) जर्वीर सिंह राणा शामिल हैं।

आवश्यकता पड़ने पर अधिकारी अतिरिक्त विशेषज्ञों को भी शामिल कर सकते हैं ताकि सबूतों की संग्रहण, गवाहों की जांच और अंतिम रिपोर्ट की तैयारी में तेजी लाई जा सके।

FIR और आरोप

चंडीगढ़ पुलिस ने हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया के खिलाफ FIR दर्ज की है। यह कार्रवाई IAS अधिकारी अमनीत पुरन कुमार द्वारा की गई शिकायत के बाद की गई है, जो कि मृत IPS अधिकारी Y Puran Kumar की पत्नी हैं। Y Puran Kumar 7 अक्टूबर को अपने चंडीगढ़ निवास पर मृत पाए गए थे।

यह FIR पुलिस थाना सेक्टर 11 में भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 108 और 3(5), और अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 की धारा 3(1)(r) के तहत दर्ज की गई है। इसमें आत्महत्या के लिए उकसाने और जातिगत उत्पीड़न के आरोप शामिल हैं।

निष्कर्ष

वरुण चौधरी की मांगें और चंडीगढ़ पुलिस द्वारा गठित SIT से यह स्पष्ट होता है कि इस मामले में गहन जांच की आवश्यकता है। साथ ही, यह भी दर्शाता है कि समाज में न्याय की मांग और पारदर्शिता की आवश्यकता कितनी महत्वपूर्ण है। यह मामला न केवल IPS अधिकारी की मौत का है, बल्कि यह भारतीय न्याय व्यवस्था में विश्वास बनाए रखने का भी है।


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