Bihar विधानसभा चुनाव: Jitan Ram Manjhi के नेतृत्व में HAM ने छह उम्मीदवारों की घोषणा की



NDA में सीट शेयरिंग तनाव: HAM ने उम्मीदवारों की घोषणा की बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए NDA में बढ़ता तनाव बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के भीतर सीट-बंटवारे…



NDA में सीट शेयरिंग तनाव: HAM ने उम्मीदवारों की घोषणा की

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए NDA में बढ़ता तनाव

बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के भीतर सीट-बंटवारे को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है, क्योंकि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) ने कई सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है। इस सूची में दो सीटें भी शामिल हैं, जो पहले लोक जनशक्ति पार्टी राम विलास (LJPRV) को आवंटित की गई थीं।

HAM की तरफ से उम्मीदवारों की घोषणा

HAM के राष्ट्रीय महासचिव राजेश कुमार पांडेय ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि पार्टी इमामगंज से दीपा कुमारी, टिकारी से अनिल कुमार, बाराचट्टी से ज्योति देवी, अत्री से रोमित कुमार, सिकंदरा से प्रफुल्ल कुमार मांझी और कुटुंबा से लालन राम को मैदान में उतारेगी।

जितन राम मांझी की नाराजगी

हाल ही में, केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री और HAM के प्रमुख जितन राम मांझी ने NDA के सीट आवंटन को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी बोधगया और मखदुमपुर सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि ये दोनों सीटें पहले चिराग पासवान की LJPRV को आवंटित की गई थीं।

मखदुमपुर सीट मांझी के लिए विशेष महत्व रखती है, क्योंकि यह उनकी पारंपरिक निर्वाचन क्षेत्र मानी जाती है। ऐसी स्थिति में, दोनों सीटों का LJPRV को हस्तांतरित होना HAM के भीतर असंतोष का कारण बन गया है।

मीडिया से बातचीत में मांझी का बयान

पत्ना में मीडिया से बात करते हुए मांझी ने कहा, “मुझे पार्टी का नाम नहीं पता, लेकिन हम बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बोधगया और मखदुमपुर सीटों से अपने उम्मीदवार उतारेंगे।” उनके इस बयान ने NDA के भीतर की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है।

NDA के सीट बंटवारे की व्यवस्था

NDA के सीट-बंटवारे की व्यवस्था के तहत भाजपा और जदयू को 101-101 सीटें आवंटित की गई हैं, जबकि शेष 41 सीटें छोटे सहयोगियों के बीच वितरित की गई हैं। इनमें 29 सीटें LJPRV को, 6 सीटें HAM को और 6 सीटें उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को दी गई हैं।

BJP की पहली सूची का असर

तनाव उस समय और बढ़ गया जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को 71 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। इस सूची में, पहले ऐसी अटकले थीं कि तारापुर सीट जदयू को दी जाएगी, लेकिन भाजपा ने वहां उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को प्रत्याशी बना दिया। यह संकेत करता है कि NDA के सहयोगियों के बीच समन्वय की समस्याएं अभी भी जारी हैं।

HAM की NDA के प्रति प्रतिबद्धता

हालांकि तनाव के बावजूद, HAM के नेता यह स्पष्ट करते हैं कि वे NDA के प्रति प्रतिबद्ध हैं। राजेश कुमार पांडेय ने कहा, “बिहार तैयार है—हम NDA सरकार का फिर से समर्थन करने के लिए तैयार हैं,” यह बताते हुए कि भले ही असहमति बनी हो, लेकिन वे गठबंधन के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखते हैं।

निष्कर्ष

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच NDA के भीतर की इस गहमागहमी को देखते हुए यह सवाल उठता है कि क्या सहयोगी दल अपनी सीटों के लिए एकजुट रह पाएंगे या फिर चुनावी मैदान में असहमति की वजह से उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा। आगामी दिनों में इस मामले पर और भी महत्वपूर्ण घटनाक्रम देखने को मिल सकते हैं।


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