Debut: बॉबी देओल ने बेटे आर्यमन के बॉलीवुड डेब्यू पर कही ये बात



बॉबी देओल: बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता धर्मेंद्र और उनके बड़े बेटे सनी देओल जहां अपनी-अपनी पीढ़ियों के सुपरस्टार रहे हैं, वहीं छोटे बेटे बॉबी देओल ने हाल के वर्षों में…

बॉबी देओल: बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता धर्मेंद्र और उनके बड़े बेटे सनी देओल जहां अपनी-अपनी पीढ़ियों के सुपरस्टार रहे हैं, वहीं छोटे बेटे बॉबी देओल ने हाल के वर्षों में अपनी मेहनत से एक अलग पहचान बनाई है। बॉबी देओल ने हाल ही में अपने बेटे आर्यमन देओल के बॉलीवुड डेब्यू के बारे में खुलकर बात की है, जो उनके परिवार की फिल्मी विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।

एबीपी लाइव को दिए गए एक इंटरव्यू में, बॉबी देओल ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह अपने बेटे को लॉन्च नहीं करेंगे। बल्कि, वह किसी अच्छे फिल्म निर्माता के सही स्क्रिप्ट के साथ आने का इंतजार कर रहे हैं। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि दर्शकों की पसंद और उनकी ईमानदारी को ध्यान में रखते हुए आर्यमन को खुद पर मेहनत करने की सलाह दी है। आइए जानते हैं उन्होंने और क्या कहा।

बॉबी देओल ने बेटे के बॉलीवुड डेब्यू पर क्या कहा?

बॉबी देओल ने अपने बेटे के बॉलीवुड डेब्यू के बारे में चर्चा करते हुए कहा, “मैं उसे लॉन्च नहीं कर रहा हूं। मैं किसी ऐसे व्यक्ति का इंतजार कर रहा हूं जो उसके लिए एक बेहतरीन स्क्रिप्ट लेकर आए। मैंने आर्यमन से कहा है कि जब तक वह डेब्यू नहीं करता, उसे खुद पर मेहनत करनी चाहिए। आज के दर्शक बहुत ईमानदार हैं। उन्हें केवल एक ही मौका मिलता है, अगर उन पर कनेक्ट हो गए तो ठीक, वरना बात खत्म।”

यहां बॉबी ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें अपने बेटे की संभावनाओं पर भरोसा है, लेकिन वे इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री में सफलता केवल नाम से नहीं, बल्कि कड़ी मेहनत और प्रतिभा से मिलती है। बॉबी का मानना है कि यह जरूरी है कि आर्यमन अपनी मेहनत से अपनी पहचान बनाए।

नेपोटिज्म की सच्चाई पर बॉबी देओल का विचार

बॉबी देओल ने नेपोटिज्म पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने माना कि आज के समय में स्टारकिड्स को खुद को साबित करने के लिए एक से अधिक मौके नहीं मिलते। उन्होंने अपने भाई सनी देओल के बेटों करण और राजवीर देओल का उदाहरण देते हुए कहा कि नेपोटिज्म हमेशा काम नहीं करता। उन्होंने कहा, “मेरे भाई के बेटों के लिए भी यह आसान नहीं रहा है। सिर्फ इसलिए कि वे सनी देओल के बेटे और धर्मेंद्र के पोते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि उनके करियर ने आसानी से उड़ान भरी है। उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी है और वे अभी भी कर रहे हैं।”

बॉबी ने यह भी कहा, “कई स्टारकिड्स आगे नहीं बढ़ पाए, जबकि बाहरी लोग जैसे मेरे पिता धर्मेंद्र सफल हुए। सुपरस्टार का बेटा होना बिना मेहनत के सौभाग्य की बात हो सकती है, लेकिन असली पहचान काम से बनती है।” उनके इस विचार ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे अपने बेटे को केवल नाम के बल पर नहीं, बल्कि मेहनत और प्रतिभा के आधार पर स्थापित करना चाहते हैं।

बॉबी देओल का भविष्य की योजनाओं पर ध्यान

बॉबी देओल ने अपने करियर के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि वह अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और अपने बेटे के लिए एक सशक्त भविष्य बनाना चाहते हैं। उनका मानना है कि आर्यमन को एक सही दिशा में बढ़ने के लिए प्रेरित करना बहुत महत्वपूर्ण है। बॉबी ने कहा, “मुझे लगता है कि एक पिता के रूप में मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपने बेटे को सही मार्गदर्शन दूं और उसे अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए प्रेरित करूं।”

बॉबी का यह दृष्टिकोण निश्चित रूप से फिल्म इंडस्ट्री में एक नई दिशा की ओर इशारा करता है। आज जब नेपोटिज्म पर कई चर्चाएं हो रही हैं, ऐसे में बॉबी देओल का यह बयान महत्वपूर्ण है। वह अपने बेटे को एक स्वतंत्र और मेहनती कलाकार बनाना चाहते हैं, जो अपनी पहचान खुद बनाए।

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