समाजवादी पार्टी के प्रमुख का गोमती नदी के पुनर्जीवन मिशन पर हमला
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गोमती नदी के पुनर्जीवन मिशन की घोषणा पर कड़ा प्रहार किया है। यादव ने कहा कि उनकी सरकार के दौरान गोमती नदी पर सबसे सुंदर रिवर फ्रंट का निर्माण किया गया था और नदी की सफाई के लिए ठोस कदम उठाए गए थे। लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने इस प्रयास को बुरी तरह से खराब कर दिया है। अब, जब चुनाव नजदीक हैं, तो मुख्यमंत्री गोमती नदी की सफाई को लेकर दिखावे में लगे हुए हैं।
अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गोमती नदी के साथ-साथ अन्य नदियों की खराब हालत के लिए स्वयं योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने नदियों की सफाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। इसके अलावा, उन्होंने भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा की स्थिति अत्यंत खराब है।
भाजपा सरकार की नाकामी पर सवाल उठाते हुए सपा प्रमुख का बयान
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भाजपा सरकार फर्जी एनकाउंटर कर रही है, लेकिन इससे कानून व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि सुधार केवल अच्छे अधिकारियों की तैनाती से ही संभव है, न कि एनकाउंटर के माध्यम से। जब सरकार जातीय आधार पर केवल अपने समर्थकों को ही तैनाती देती है, तो कानून व्यवस्था में सुधार कैसे होगा? उन्होंने यह भी कहा कि अपराधियों और प्रशासन के बीच सांठ-गांठ की समस्या बढ़ रही है, जिससे जातीय उत्पीड़न और भेदभाव की स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
सपा प्रमुख ने अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं की कमी और दवाओं की उपलब्धता पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में सभी नागरिकों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी और दिव्यांगों के लिए विशेष इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर प्रदान की जाएगी।
देवाशरीफ में चादर पेश करते हुए सपा प्रमुख का धार्मिक कार्यक्रम
इसके साथ ही, बाराबंकी में सूफी संत हाजी वारिश अली शाह के देवाशरीफ में चल रहे उर्स में समाजवादी पार्टी के प्रमुख की ओर से चादर पेश की जाएगी। मंगलवार को, चादर लेकर विधायक अताउर्रहमान और अन्य पार्टी नेता बाराबंकी के लिए रवाना हुए। यह धार्मिक आयोजन प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
संक्षेप में भाजपा सरकार की नीतियों पर सवाल
- गोमती नदी की सफाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
- भाजपा सरकार का फर्जी एनकाउंटर पर जोर।
- कानून व्यवस्था में सुधार के लिए अच्छे अधिकारियों की तैनाती की आवश्यकता।
- स्वास्थ्य सेवाओं में कमी और दवाओं की उपलब्धता का संकट।
- सपा सरकार में मुफ्त इलाज और दिव्यांगों के लिए सुविधाएं।
अखिलेश यादव का यह बयान आगामी चुनावों के मद्देनजर भाजपा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने और समाजवादी पार्टी के विकास के एजेंडे को पेश करने का एक प्रयास है। उनकी टिप्पणियां न केवल वर्तमान सरकार के कार्यों पर प्रकाश डालती हैं, बल्कि समाजवादी पार्टी के विकास के प्रति उनके दृष्टिकोण को भी दर्शाती हैं।