“Diwali: दरवाजे पर लक्ष्मी चरण लगाने में न करें ये गलतियां, वरना लौट सकती हैं धन की देवी”



दिवाली पर लक्ष्मी चरण बनाने की परंपरा दिवाली पर मां लक्ष्मी के चरण पादुका बनाने की परंपरा दिवाली का त्योहार भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है, और इस अवसर…

दिवाली पर लक्ष्मी चरण बनाने की परंपरा

दिवाली पर मां लक्ष्मी के चरण पादुका बनाने की परंपरा

दिवाली का त्योहार भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है, और इस अवसर पर मां लक्ष्मी के ‘चरण पादुका’ बनाना एक प्राचीन और शुभ परंपरा है। यह अनुष्ठान इस बात का प्रतीक है कि आप अपने घर में धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी का स्वागत कर रहे हैं। इस प्रक्रिया को करने के लिए सही समय और विधि का पालन करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि अनजाने में की गई कोई भी गलती मां लक्ष्मी को नाराज कर सकती है और इससे आपकी समृद्धि में बाधा आ सकती है। लक्ष्मी चरण बनाने के दौरान कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, ताकि आप सुख और सौभाग्य की प्राप्ति कर सकें।

वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर लक्ष्मी चरण बनाने के कुछ नियम हैं जिनका पालन करना चाहिए।

लक्ष्मी चरण बनाने के नियम

अधिकांश लोग लक्ष्मी चरण को सीधे मुख्य द्वार की दहलीज या दरवाजे पर बनाते हैं, जो एक गलत प्रथा है। मुख्य द्वार वह स्थान है जहां से घर में आने वाले सभी लोग निकलते हैं। जब लोग इन चरणों पर पैर रखकर गुजरते हैं, तो अनजाने में मां लक्ष्मी के चरणों का अपमान होता है। इसलिए चरण हमेशा ऐसी जगह से शुरू करें जहां उन पर किसी का पैर न पड़े और उन्हें घर के मंदिर की ओर ले जाते हुए सुरक्षित स्थान पर बनाएं।

चरण बनाने के लिए रोली, हल्दी या चावल के आटे का ही प्रयोग करना चाहिए। इसके साथ ही, सीमेंट, चॉक या अन्य अपवित्र या अनुपयुक्त सामग्री का उपयोग करने से बचना चाहिए। चरण बनाने के बाद, उन्हें तुरंत मिटाने के बजाय अगले दिन तक या जब तक वे खुद न मिट जाएं तब तक लगे रहने देना शुभ माना जाता है। चरण हमेशा स्वच्छ और पवित्र जगह पर ही बनाए जाने चाहिए।

दिवाली पर शुभ चिन्ह लगाने की परंपरा

दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार पर शुभ चिन्हों का भी विशेष महत्व होता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण चिन्ह दिए गए हैं जिन्हें दिवाली के दिन दरवाजे पर लगाना चाहिए:

  • स्वास्तिक
  • शुभ-लाभ
  • श्री

इन चिन्हों का प्रयोग घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के लिए किया जाता है। इसके विपरीत, दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार पर भूल से भी कूड़ेदान और शू रैक नहीं रखना चाहिए, क्योंकि यह मां लक्ष्मी के स्वागत में बाधा डाल सकता है।

सुख और समृद्धि की प्राप्ति

यदि आप दिवाली पर मां लक्ष्मी के चरण पादुका बनाने की परंपरा का पालन सही तरीके से करते हैं, तो यह आपके जीवन में सुख और समृद्धि लाने में मददगार हो सकता है। घर में लक्ष्मी चरण बनाने के दौरान इन बातों का ध्यान रखें, ताकि मां लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहे।

अगर आपकी इन नियमों से संबंधित कोई और जानकारी हो, तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। आपके सुझाव और फीडबैक हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें। ऐसी ही अन्य रोचक जानकारी के लिए हरजिंदगी से जुड़े रहें।

सामान्य प्रश्न (FAQ)

दिवाली के दिन दरवाजे पर कौन से शुभ चिन्ह लगाने चाहिए?
दिवाली के दिन दरवाजे पर स्वास्तिक, शुभ-लाभ और श्री जैसे शुभ चिन्ह लगाने चाहिए।

दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार पर क्या नहीं रखना चाहिए?
दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार पर भूल से भी कूड़ेदान और शू रैक नहीं रखने चाहिए।

Author:-