Offer: बलिया में दो रुपये के सिक्के के लिए 26 लाख, एक लाख गंवाए



उत्तर प्रदेश में साइबर ठगी का मामला: युवक से ठग लिए गए 1,06,398 रुपये जागरण संवाददाता, दोकटी (बलिया)। इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ साइबर ठगी के मामलों में भी…

उत्तर प्रदेश में साइबर ठगी का मामला: युवक से ठग लिए गए 1,06,398 रुपये

जागरण संवाददाता, दोकटी (बलिया)। इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ साइबर ठगी के मामलों में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। हाल ही में, एक युवक को दो रुपये के पुराने सिक्कों को बेचने के लालच में आकर ठगों ने **1,06,398 रुपये** की ठगी का शिकार बना दिया। पीड़ित युवक ने अब इस मामले में पुलिस को तहरीर देकर उचित कार्रवाई की मांग की है।

पीड़ित युवक, जो कि बक्सर के शिवपुर (नवानगर) से संबंधित है, नाम छोटू सिंह है। वह लालगंज में एक देसी शराब की दुकान पर सेल्समैन के रूप में कार्यरत है। घटना की शुरुआत तब हुई जब उसने इंटरनेट मीडिया पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें यह दावा किया गया था कि दो रुपये के सिक्कों को बेचकर **26 लाख रुपये** तक कमाए जा सकते हैं। यह सुनकर छोटू को लगा कि यह एक सुनहरा मौक़ा है, और उसने तुरंत विज्ञापन पर क्लिक किया।

साइबर ठगों की चालाकी और बढ़ते पैसे की मांग

विज्ञापन पर क्लिक करने के बाद, छोटू से तुरंत संपर्क किया गया। शुरू में रजिस्ट्रेशन के नाम पर **7,000 रुपये** की मांग की गई। छोटू ने बिना सोचे-समझे बताए गए बैंक खाते में पैसे भेज दिए। इसके बाद ठगों ने अलग-अलग बहानों से और भी पैसे मांगने की प्रक्रिया शुरू कर दी। कभी **14,000 रुपये** तो कभी अन्य शुल्कों के नाम पर पैसे लिए गए।

  • पहला भुगतान: 7,000 रुपये रजिस्ट्रेशन के लिए
  • दूसरा भुगतान: 14,000 रुपये अन्य शुल्क के लिए
  • कुल ठगी की रकम: 1,06,398 रुपये

जब ठगों की लगातार पैसे की मांग बढ़ने लगी, तो छोटू को ठगी का शक हुआ। उन्होंने तुरंत पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी और तहरीर दी। इस संबंध में चौकी प्रभारी लालगंज, आशुतोष मद्धेशिया ने बताया कि आनलाइन शिकायत दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है।

साइबर ठगी के बढ़ते मामलों पर पुलिस का ध्यान

यह घटना दिखाती है कि कैसे साइबर ठग लोग बिना किसी संकोच के आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। ठगों की चालाकी और विभिन्न प्रकार के बहानों के माध्यम से लोगों को फंसाना अब एक आम बात हो गई है। पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन इसके लिए लोगों को भी सतर्क रहना होगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि आम लोगों को साइबर ठगी के प्रति जागरूक होना चाहिए। उन्हें यह समझना चाहिए कि कोई भी विज्ञापन जो अत्यधिक लाभ का वादा करता है, वह संदिग्ध हो सकता है। ऐसे मामलों में, हमेशा सतर्क रहना और किसी भी प्रकार की वित्तीय लेन-देन से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है।

साइबर सुरक्षा को लेकर सुझाव

साइबर ठगी से बचने के लिए निम्नलिखित सुझावों का पालन करना चाहिए:

  • किसी भी अनजान वेबसाइट या विज्ञापन पर क्लिक करने से पहले उसकी वैधता की जांच करें।
  • संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें और हमेशा आधिकारिक स्रोतों का इस्तेमाल करें।
  • व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी को साझा करने से पहले सोचें।
  • यदि किसी विज्ञापन में बहुत अच्छे लाभ का वादा किया गया है, तो उसे नजरअंदाज करें।

साइबर ठगों की बढ़ती गतिविधियों के बावजूद, अगर हम सावधानी बरतें और सही जानकारी प्राप्त करें, तो हम खुद को इन ठगों से बचा सकते हैं। पुलिस को भी इस दिशा में सक्रियता बरतने की आवश्यकता है ताकि ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई की जा सके और लोगों को न्याय मिल सके।

इस संदर्भ में, छोटू सिंह की कहानी सिर्फ एक उदाहरण है। ऐसे कई लोग हैं जो इस प्रकार की ठगी का शिकार हुए हैं। इसलिए, जागरूकता और सतर्कता ही इस समस्या का समाधान है।

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