मर्डर: पीलीभीत कोर्ट परिसर में वकील पर धारदार हथियार से हमला



पीलीभीत से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक अधिवक्ता पर कोर्ट परिसर में धारदार हथियार से हमला किया गया। इस हमले के दौरान अधिवक्ता को बचाने गए एक पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए। घटना ने कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मचा दी। घायल अधिवक्ता और पुलिसकर्मी को तुरंत अस्पताल भेजा गया है।

पीलीभीत में कोर्ट परिसर में अधिवक्ता पर जानलेवा हमला

पीलीभीत से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक अधिवक्ता पर कोर्ट परिसर में धारदार हथियार से हमला किया गया। इस हमले के दौरान अधिवक्ता को बचाने गए एक पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए। घटना ने कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मचा दी। घायल अधिवक्ता और पुलिसकर्मी को तुरंत अस्पताल भेजा गया है।

Murder accused lawyer attacked with sharp weapons in court premises in Pilibhit

अस्पताल में भर्ती घायल अधिवक्ता, जानकारी करते एसपी अभिषेक यादव – फोटो : संवाद

विस्तार

मंगलवार सुबह पीलीभीत के कोर्ट परिसर में एक अधिवक्ता पर जानलेवा हमला हुआ। यह घटना उस समय हुई जब अधिवक्ता ओमपाल, जो कि एक हत्या के मामले में नामजद आरोपी हैं, अपने मुकदमे की तारीख पर कोर्ट पहुंचे थे। अचानक, मुकदमे के दूसरे पक्ष के लोग वहां पहुंचे और उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले के दौरान, अधिवक्ता को बचाने के प्रयास में तैनात दरोगा अरविंद त्यागी भी घायल हो गए।

दो आरोपियों की गिरफ्तारी

पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस हमले में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस हमले के बाद कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को और भी सख्त किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

घटना के बाद का माहौल

हमले की खबर फैलने के बाद कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया। वकील और न्यायालय के कर्मचारी इस घटना को लेकर चिंतित दिखे। कोर्ट में कामकाज ठप हो गया और कई वकील सुरक्षा की मांग कर रहे थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पूरे परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी है।

उच्च अधिकारियों का बयान

घटना के बाद एसपी अभिषेक यादव ने अस्पताल जाकर घायल अधिवक्ता और पुलिसकर्मी से मुलाकात की। उन्होंने घटना की पूरी जानकारी ली और कहा कि हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने वकीलों को आश्वस्त किया कि न्यायालय परिसर की सुरक्षा में कोई कमी नहीं की जाएगी।

समाज में बढ़ती हिंसा के संकेत

यह घटना समाज में बढ़ती हिंसा को दर्शाती है। न्यायालय परिसर, जहां कानून की रक्षा होनी चाहिए, वहां इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय हैं। अधिवक्ताओं और पुलिस दोनों को ही इस तरह के हमलों से सुरक्षा प्रदान करने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

इस प्रकार की वारदातें न्यायालय प्रणाली की विश्वसनीयता को प्रभावित करती हैं। सभी पक्षों को मिलकर इस समस्या का समाधान खोजने की आवश्यकता है। पुलिस को चाहिए कि वह सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करे और समाज में शांति स्थापित करने के लिए ठोस कदम उठाए।

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