Obituary: कानपुर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान का 75 वर्ष की आयु में निधन, तीन बार लड़े थे विस चुनाव



कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान का निधन कानपुर: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान का 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी मृत्यु…

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान का निधन

कानपुर: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान का 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी मृत्यु की खबर ने राजनीतिक हलकों में शोक की लहर दौड़ा दी है। मन्नान ने अपनी राजनीतिक यात्रा में तीन बार विधानसभा चुनावों में भाग लिया और हमेशा अपनी पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा दिखाई। उनके निधन से कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है।

अब्दुल मन्नान का जन्म 1948 में हुआ था और वे अपने जीवन के अधिकांश समय को राजनीति में समर्पित करते रहे। वे एक प्रखर वक्ता और समाज के विभिन्न वर्गों के बीच लोकप्रिय नेता थे। उनके निधन से न केवल कांग्रेस पार्टी को बल्कि उनके समर्थकों एवं शुभचिंतकों को भी गहरा नुकसान हुआ है।

राजनीतिक जीवन और योगदान

अब्दुल मन्नान ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी और उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। उन्होंने तीन बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावों में भाग लिया, जिसमें उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रभावशाली प्रदर्शन किया। मन्नान की पहचान हमेशा उनके समाजवादी विचारों और विकासात्मक योजनाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए रही।

उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि भी उल्लेखनीय थी, उन्होंने अपनी पढ़ाई कानपुर विश्वविद्यालय से की और इसके बाद राजनीति में कदम रखा। उनके कामों में समाज के गरीब और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कई योजनाओं का कार्यान्वयन शामिल था। उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि उनकी आवाज़ उन लोगों तक पहुंचे जो समाज में हाशिए पर हैं।

उपलब्धियां और विरासत

अब्दुल मन्नान ने अपने राजनीतिक जीवन में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल कीं। वे कांग्रेस पार्टी के एक महत्वपूर्ण स्तंभ थे और उनके मार्गदर्शन में कई युवा नेता आगे आए। मन्नान ने हमेशा समाज में समानता और न्याय के लिए संघर्ष किया। उनसे प्रेरित होकर कई लोग राजनीति में आए और समाज सेवा के क्षेत्र में काम करने की प्रेरणा ली।

  • तीन बार विधानसभा चुनाव में भाग लिया
  • कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता के रूप में पहचान बनाई
  • समाज के गरीब वर्ग के उत्थान के लिए कई योजनाएँ बनाई
  • युवाओं को राजनीति में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया

शोक संतप्त परिवार और समर्थकों की प्रतिक्रिया

मन्नान के निधन की खबर सुनकर उनके परिवार और समर्थकों में भारी शोक की लहर दौड़ गई। उनके परिवार ने कहा कि वे अपने पिता के निधन से बेहद दुखी हैं और उनकी यादें हमेशा उनके साथ रहेंगी। उनके समर्थकों ने भी सोशल मीडिया पर उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया।

कांग्रेस पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मन्नान के जाने से एक ऐसा शख्स चला गया है जिसकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी। उनके योगदान और संघर्षों को हमेशा याद रखा जाएगा।

निष्कर्ष

अब्दुल मन्नान की मृत्यु ने न केवल उनके परिवार और समर्थकों को प्रभावित किया है, बल्कि यह पूरे राजनीतिक परिदृश्य में एक बड़ी कमी का अहसास कराता है। उनके द्वारा किए गए कार्य और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमेशा जीवित रहेगी। उनकी यादों में, आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी कि वे समाज के लिए काम करें और लोगों के अधिकारों की रक्षा करें।

कांग्रेस पार्टी एवं उनके समर्थक उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे और उनकी विचारधारा को जीवित रखेंगे। उनके योगदान को सदा याद किया जाएगा और वे हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।

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