Farmers’ धरना: हापुड़ में भाकियू का अनिश्चितकालीन आंदोलन, प्रमुख मांगें जानें



उत्तर प्रदेश समाचार: गढ़मुक्तेश्वर में किसानों का अनिश्चितकालीन धरना किसानों की समस्याओं को लेकर गढ़मुक्तेश्वर में धरना संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़)। मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत के सैकड़ों कार्यकर्ताओं…

उत्तर प्रदेश समाचार: गढ़मुक्तेश्वर में किसानों का अनिश्चितकालीन धरना

किसानों की समस्याओं को लेकर गढ़मुक्तेश्वर में धरना

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़)। मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने तहसील का घेराव करते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। किसानों ने स्पष्ट किया है कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान होने तक वे अपना धरना समाप्त नहीं करेंगे। इस दौरान तहसीलदार के द्वारा दिए गए आश्वासन पर वे संतुष्ट नहीं हो सके।

धरने का आयोजन और प्रदर्शन का तरीका

गांवों से आए भाकियू टिकैत के कार्यकर्ता ट्रैक्टर-ट्राली में सवार होकर दोपहर बाद आंबेडकर पार्क में एकत्र हुए। वहां से नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में तहसील मुख्यालय की ओर बढ़े। युवा जिलाध्यक्ष ज्ञानेश्वर त्यागी की अगुवाई में उन्होंने तहसील परिसर में अनिश्चितकालीन धरना दे दिया। यह प्रदर्शन किसानों की समस्याओं को उजागर करने के लिए किया गया था।

किसान नेताओं की मांगें

जिला अध्यक्ष ज्ञानेश्वर त्यागी ने कहा कि गन्ना मूल्य में बढ़ती महंगाई के अनुपात में वृद्धि नहीं की जा रही है। इसके अलावा, किसानों को बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान ब्याज सहित नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग के कर्मियों द्वारा गरीब मजदूरों और किसानों का ओवरलोडिंग के बहाने उत्पीड़न किया जा रहा है। गंगा की बाढ़ से प्रभावित फसलें भी किसानों को बिना मुआवजे के ही छोड़ दी गई हैं।

सड़कों की स्थिति और अन्य मुद्दे

इस दौरान जिला संरक्षक अय्यूब प्रधान और जिला उपाध्यक्ष नितिन त्यागी ने कहा कि बाढ़ के कारण खादर क्षेत्र की कई सड़कें बेहद खराब हो गई हैं। इससे ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है। उन्होंने मांग की कि इन सभी सड़कों की तुरंत मरम्मत या निर्माण किया जाए।

अन्य समस्याओं का उल्लेख

किसान नेताओं ने कहा कि फसलों में होने वाली तबाही के साथ-साथ सड़कों पर निराश्रित पशुओं की समस्या भी बढ़ती जा रही है। इन पशुओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, गांवों में स्मार्ट मीटर और जलभराव की समस्या को लेकर भी चिंताएं व्यक्त की गईं। यह सभी मुद्दे तहसीलदार राहुल के सामने रखे गए थे।

धरने में शामिल प्रमुख नेता

इस धरने के दौरान कई प्रमुख किसान नेता उपस्थित थे, जिनमें कुलदीप चौधरी, हरीश कुमार, शुभम त्यागी, आबिद चौधरी, राशिद प्रधान, नितिन बना, अंकित कुमार और शेरू शामिल थे।

निष्कर्ष

इस धरने के माध्यम से किसान यूनियन ने सरकार के सामने अपनी समस्याएं स्पष्ट रूप से रखी हैं और यह दर्शाया है कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता, वे संघर्ष जारी रखेंगे। गढ़मुक्तेश्वर में हुए इस प्रदर्शन ने किसानों के हक की आवाज़ को और मजबूत किया है।

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