कानपुर में सीवर टैंक में करंट लगने से राजमिस्त्री की मौत
जागरण संवाददाता, कानपुर: उत्तर प्रदेश के नवाबगंज क्षेत्र में एक दुखद घटना में, एक राजमिस्त्री सीवर टैंक के ढक्कन को खोलते समय करंट लगने से अंदर गिर गया। यह घटना तब हुई जब वह काम कर रहा था और उसके साथी मजदूर ने उसे टैंक में गिरते हुए देखा। घटना की सूचना पाकर स्थानीय लोग जुट गए और किसी तरह उसे बाहर निकालकर पास के निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद स्वजन ने ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस ने स्वजन को कार्रवाई का आश्वासन देकर स्थिति को संभाला।
घटना का विवरण: राजमिस्त्री की पहचान और काम की स्थिति
उन्नाव जनपद के फतेहपुर चौरासी हिंदूपुर दबौली निवासी 30 वर्षीय राजमिस्त्री रिंकू पिछले कुछ दिनों से नवाबगंज के सूर्य विहार निवासी संतोष कुमार के मकान में काम कर रहा था। रिंकू के परिवार में उसकी पत्नी सोनम और छोटी बेटी आरोही शामिल हैं। मंगलवार की शाम को, रिंकू सीवर टैंक का ढक्कन काटने का कार्य कर रहा था, जबकि उसके साथी मजदूर बाहर काम कर रहा था। अचानक करंट लगने के कारण रिंकू सीवर टैंक के अंदर गिर गया। जब उसके साथी ने टैंक के अंदर रिंकू की चप्पल को तैरते हुए देखा, तो उसने शोर मचाया और आसपास के लोगों को बुलाया।
स्वजन का हंगामा और पुलिस की कार्रवाई
रिंकू को बाहर निकालने के लिए पड़ोसियों ने मदद की और उसे तुरंत पास के निजी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन दुर्भाग्यवश, अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रिंकू की मौत की खबर सुनकर उसके परिजनों में कोहराम मच गया। स्वजन ने ठेकेदार आजाद बाबा पर आरोप लगाया कि उसने सुरक्षा उपकरणों के बिना काम करने के लिए राजमिस्त्री को मजबूर किया था। इसके चलते उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ नारेबाजी की और हंगामा किया।
पुलिस का आश्वासन और आगे की कार्रवाई
नवाबगंज थाना प्रभारी केशव कुमार तिवारी ने बताया कि स्वजन की तहरीर के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आश्वासन दिया कि रिंकू के परिवार को न्याय दिलाने के लिए वे सभी जरूरी कदम उठाएंगे।
सुरक्षा मानकों का पालन: कामकाजी जोखिम
यह हादसा इस बात की ओर इशारा करता है कि निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। ऐसे हादसे अक्सर तब होते हैं जब कामगारों को सुरक्षा उपकरणों के बिना काम करने के लिए मजबूर किया जाता है। सरकार और संबंधित विभागों को चाहिए कि वे ऐसे मामलों में सख्त नियम बनाएं और उन्हें लागू करें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
- राजमिस्त्री रिंकू की उम्र 30 वर्ष थी और वह एक परिवार का मुखिया था।
- घटना मंगलवार को शाम के समय हुई जब रिंकू सीवर टैंक का ढक्कन काट रहा था।
- स्वजन ने ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाया और हंगामा किया।
- पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया और मामले की जांच शुरू की।
ऐसी घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि निर्माण कार्यों में काम करने वाले श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद आवश्यक है। ठेकेदारों को चाहिए कि वे अपने श्रमिकों को उचित सुरक्षा उपकरण प्रदान करें और उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें। रिंकू की मौत ने न केवल उसके परिवार को दुखी किया है, बल्कि समाज में भी एक आवश्यक संदेश दिया है कि हमें सभी कामकाजी लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए।