पटना में शादी के बाद धर्म परिवर्तन का दबाव: महिला ने लगाया गंभीर आरोप
पटना के शास्त्रीनगर इलाके में एक शादीशुदा महिला ने अपने पति इमरान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि शादी के बाद इमरान ने उस पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव डालना शुरू कर दिया। जब उसने इस मांग को मानने से इंकार किया, तो उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और जानबूझकर छह साल तक संतान नहीं होने दिया। हाल ही में, इमरान ने दूसरी शादी कर ली, जिसके बाद पीड़िता ने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई।
इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, इमरान भोजपुर जिले का निवासी है और पटना के शास्त्रीनगर में किराए के मकान में रहता है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि दोनों एक प्राइवेट नौकरी करते थे और काम के दौरान उनकी पहचान हुई थी। इमरान ने पहले खुद का नाम ‘सोनू’ बताया था। दोनों के बीच करीब दो सालों तक प्रेम संबंध रहे, लेकिन बाद में पता चला कि सोनू असल में इमरान है।
धोखे से शादी और बाद की घटनाएं
इस खुलासे के बाद इमरान ने पीड़िता को यह भरोसा दिलाया कि वह उससे सच्चा प्यार करता है। इस विश्वास के चलते दोनों ने आपसी सहमति से कोर्ट मैरेज कर लिया। शादी के बाद, दोनों शास्त्रीनगर में साथ रहने लगे। लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही इमरान की असलियत सामने आने लगी। पीड़िता का कहना है कि शादी के बाद इमरान ने उस पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव डालना शुरू कर दिया।
जब पीड़िता ने धर्म परिवर्तन की मांग को ठुकराया, तो इमरान ने उसे मानसिक और भावनात्मक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इसके चलते पीड़िता ने कहा कि वह जानबूझकर छह साल तक संतान नहीं होने दिया गया। यह सब तब हुआ जब इमरान ने चार महीने पहले दूसरी शादी कर ली। इस घटना के बाद, पीड़िता ने महिला थाना जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस की कार्रवाई और काउंसिलिंग
महिला थाना की प्रभारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया था, लेकिन इमरान वहां उपस्थित नहीं हुआ। यह स्थिति पुलिस के लिए भी चिंताजनक है, क्योंकि इमरान के व्यवहार से यह साफ है कि उसे अपनी की गई गलतियों का कोई पछतावा नहीं है। पुलिस ने अब इमरान की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
इस प्रकार के मामले समाज में न केवल महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि शादी के बाद महिलाओं को किस प्रकार के दबाव और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे मामलों में पुलिस को गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अन्य महिलाएं भी अपने अधिकारों के लिए खड़ी हो सकें।
समाज में बढ़ते अपराध और सुरक्षा के उपाय
यह घटना समाज में बढ़ते अपराधों का एक उदाहरण है, जिसमें महिलाओं को अक्सर धोखे और प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है। महिलाओं के खिलाफ हो रहे ऐसे अपराधों को रोकने के लिए समाज को एकजुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों को भी महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।
महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए और अगर उन्हें किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है, तो तुरंत पुलिस या महिला थानों से संपर्क करना चाहिए। पुलिस भी इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार है ताकि महिलाओं को न्याय मिल सके।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर समाज में महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को उजागर किया है। पीड़िता के साहसिक कदम ने यह दिखाया है कि महिलाएं अपने अधिकारों के लिए खड़ी हो सकती हैं। हमें उम्मीद है कि पुलिस इस मामले में उचित कार्रवाई करेगी और पीड़िता को न्याय मिलेगा।