Social Media: दिल्ली पुलिस ने ‘महिला’ बनाकर महिलाओं से दोस्ती कर ब्लैकमेल करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया



दिल्ली पुलिस ने लखनऊ में फर्जी प्रोफाइल बनाकर महिलाओं से ब्लैकमेल करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया दिल्ली पुलिस ने एक **शातिर** आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया…

दिल्ली पुलिस ने लखनऊ में फर्जी प्रोफाइल बनाकर महिलाओं से ब्लैकमेल करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया

दिल्ली पुलिस ने एक **शातिर** आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया पर महिलाओं के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर उनसे दोस्ती करता था। आरोपी ने महिलाओं से **अश्लील फोटो** और वीडियो मांगकर उन्हें **ब्लैकमेल** करने का काम किया। उसके खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने उसे लखनऊ से गिरफ्तार किया। यह घटनाक्रम दिल्ली के पश्चिम जिले के साइबर पुलिस थाने में एक महिला की शिकायत के बाद सामने आया।

महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे वॉट्सऐप और फेसबुक के माध्यम से संपर्क किया और फर्जी पहचान का उपयोग करके दोस्ती की। आरोपी ने उसे निजी तस्वीरें और वीडियो साझा करने के लिए उकसाया और जब उसने ऐसा किया, तो उसके द्वारा भेजी गई तस्वीरों और वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर उसे लगातार **धन** मांगने लगा। महिला ने बताया कि उसने आरोपी को कुछ पैसे भी दिए, लेकिन फिर भी उसकी **ब्लैकमेलिंग** जारी रही।

शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज

महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने बीएनएस की धारा **308(2)/351(4)** के तहत एफआईआर दर्ज की और मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने उस फोन नंबर का विश्लेषण किया, जिसका उपयोग आरोपी ने महिला से संपर्क करने के लिए किया था। इस प्रक्रिया में पुलिस ने यूपीआई ट्रेल्स, गूगल-पे, सब्सक्राइबर डिटेल और आईपी एड्रेस की जानकारी इकट्ठा की।

पुलिस ने जब मामले की गहराई में जाकर जांच की, तो उन्हें पता चला कि आरोपी की पहचान **मनोज वर्मा** पुत्र इंद्र बहादुर वर्मा के रूप में हुई। वह उत्तर प्रदेश के लखनऊ का निवासी है। लखनऊ में स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया गया, और उसके पास से एक चालू मोबाइल फोन भी बरामद किया गया।

आरोपी का तरीका और उसकी गिरफ्तारी

गिरफ्तारी के बाद, मनोज ने पुलिस के सामने अपने अपराध की स्वीकार्यता जताई। उसने बताया कि वह सोशल मीडिया पर महिलाओं के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर उनसे दोस्ती करता था। उसके द्वारा की गई बातचीत में, वह धीरे-धीरे महिलाओं को निजी फोटो और वीडियो साझा करने के लिए उकसाता था। इसके बाद, वह उन तस्वीरों को ऑनलाइन डालने या उनके रिश्तेदारों को भेजने की धमकी देकर पैसे ऐंठने का काम करता था।

  • आरोपी ने पीड़ितों पर अतिरिक्त दबाव बनाने के लिए उनकी तस्वीरों का उपयोग करके **फर्जी अकाउंट** बनाए।
  • पुलिस ने उसके पास से एक **टेक्नो KL8** मोबाइल फोन बरामद किया, जिसमें वॉट्सऐप चैट, अश्लील वीडियो और फर्जी फेसबुक अकाउंट्स शामिल थे।

पुलिस ने इस मामले में मनोज वर्मा के खिलाफ ठोस सबूत इकट्ठा किए हैं, और उसकी गिरफ्तारी से यह साबित होता है कि **सोशल मीडिया** पर ऐसे अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस कितनी सतर्क है। यह घटना एक बार फिर से बताती है कि ऑनलाइन सुरक्षा के महत्व को समझना और सावधानी बरतना कितना आवश्यक है।

महिलाओं को सतर्क रहने की आवश्यकता

इस मामले ने एक बार फिर से यह स्पष्ट किया है कि महिलाओं को सोशल मीडिया पर अपनी गोपनीयता और सुरक्षा को लेकर सजग रहना चाहिए। इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरती जा सकती हैं:

  • कभी भी अज्ञात लोगों के साथ अपनी निजी जानकारी साझा न करें।
  • सामाजिक नेटवर्क पर किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत रिपोर्ट करें।
  • अगर कोई व्यक्ति लगातार पैसे मांगता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
  • अपनी प्रोफाइल सेटिंग्स को सुरक्षित रखें और अनजान लोगों को अपने निजी फोटो भेजने से बचें।

दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई न केवल आरोपी को पकड़ने में सफल रही, बल्कि यह भी दर्शाती है कि वे ऐसे अपराधों के प्रति कितने गंभीर हैं। आशा है कि इस प्रकार के मामलों में और भी तेजी से कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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