Snapchat लेकर आया है नई स्टोरेज पॉलिसी: ‘मेमोरीज’ को फ्री में रखने की सीमा हुई खत्म!



सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आए दिन नए अपडेट्स देखने को मिलते हैं, लेकिन स्नैपचैट का यह कदम लाखों यूजर्स की जेब पर सीधा असर डालने वाला है। स्नैपचैट की पैरेंट…

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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आए दिन नए अपडेट्स देखने को मिलते हैं, लेकिन स्नैपचैट का यह कदम लाखों यूजर्स की जेब पर सीधा असर डालने वाला है। स्नैपचैट की पैरेंट कंपनी ‘स्नैप’ ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि उसके लोकप्रिय ‘मेमोरीज’ (Memories) फीचर की फ्री स्टोरेज सुविधा अब हमेशा के लिए उपलब्ध नहीं रहेगी। यह फीचर, जिसे 2016 में लॉन्च किया गया था, यूजर्स को उनकी पुरानी स्नैप्स और स्टोरीज को ऐप के क्लाउड स्टोरेज में बिल्कुल मुफ्त में सेव करने की अनुमति देता था। अब इस सुविधा के लिए भुगतान करना अनिवार्य हो सकता है।

क्या है Snapchat की नई ‘मेमोरीज’ पॉलिसी और क्या होंगे बदलाव?

स्नैपचैट की इस नई नीति का मुख्य केंद्र स्टोरेज लिमिट है, जिसे अब निश्चित कर दिया गया है। यह पॉलिसी उन यूजर्स के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जिन्होंने सालों से इस प्लेटफॉर्म पर अपनी डिजिटल यादों का एक बड़ा संग्रह तैयार कर लिया है।

मुख्य बदलाव ये हैं:

  • फ्री स्टोरेज की सीमा (Limit): अब से, हर यूजर को केवल 5GB (गीगाबाइट) तक का ही ‘मेमोरीज’ स्टोरेज मुफ्त मिलेगा।
  • पेड प्लान में अपग्रेड: यदि आपके पास 5GB से अधिक पुरानी तस्वीरें और वीडियो सेव हैं, तो उन्हें बरकरार रखने के लिए आपको कंपनी के पेड स्टोरेज प्लान में अपग्रेड करना होगा और भुगतान करना पड़ेगा।

यह कदम उन यूजर्स के लिए निराशाजनक हो सकता है जिन्होंने अपनी कीमती यादों को स्नैपचैट के क्लाउड स्टोरेज के भरोसे छोड़ दिया था। उन्हें अब या तो अपनी यादों को सुरक्षित रखने के लिए पैसे देने होंगे या उन्हें डिलीट करने का जोखिम उठाना पड़ेगा।


स्नैपचैट ने क्यों लिया यह बड़ा फैसला? कंपनी का क्या है तर्क?

स्नैपचैट का यह पॉलिसी चेंज केवल यूजर्स की सुविधा को सीमित करने का कदम नहीं है, बल्कि यह डेटा स्टोरेज और मैनेजमेंट की भारी लागत से जुड़ा हुआ है।

  • विशाल डेटा संग्रह: स्नैपचैट ने बताया है कि अब तक यूजर्स ने इस ‘मेमोरीज’ फीचर में एक ट्रिलियन (Trillion) से भी ज़्यादा तस्वीरें और वीडियो सेव किए हैं।
  • बढ़ती लागत: इतने बड़े पैमाने पर डेटा को स्टोर करने और मैनेज करने में कंपनी को काफी अधिक लागत उठानी पड़ रही है।
  • फीचर सुधार में निवेश: कंपनी का तर्क है कि इस बदलाव से प्राप्त होने वाले राजस्व (Revenue) को ‘मेमोरीज’ फीचर को और बेहतर बनाने और यूजर्स को बेहतर क्लाउड सेवा प्रदान करने में पुनर्निवेश किया जाएगा।

हालांकि, कंपनी का यह तर्क कई यूजर्स के गुस्से और निराशा को कम नहीं कर पाया है, क्योंकि अब उनकी सालों पुरानी भावनात्मक यादें एक तरह से पैसे के बंधन में बंध गई हैं।


यूजर्स के पास क्या विकल्प उपलब्ध हैं?

अगर आप उन यूजर्स में से हैं जिनकी मेमोरीज 5GB की लिमिट को पार कर चुकी हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। स्नैपचैट ने यूजर्स को अपनी यादों को सहेजने के लिए कुछ अस्थायी विकल्प दिए हैं:

  • 12 महीने का अस्थायी स्टोरेज: जो यूजर्स 5GB की लिमिट पार कर चुके हैं, उन्हें कंपनी 12 महीने का टेंपररी (अस्थायी) फ्री स्टोरेज देगी।
  • मुफ्त डाउनलोड की सुविधा: इस 12 महीने की अवधि के दौरान, आप अपनी सारी पुरानी तस्वीरें और वीडियो अपने डिवाइस (फोन या टैबलेट) में मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं और उन्हें स्थायी रूप से अपने पास सुरक्षित रख सकते हैं।
  • पेड प्लान का चयन: यदि आप अपनी यादों को स्नैपचैट के क्लाउड में ही रखना चाहते हैं और उन्हें डाउनलोड करने की परेशानी नहीं लेना चाहते हैं, तो आपको कंपनी के पेड स्टोरेज प्लान में अपग्रेड करना होगा।

यह नई पॉलिसी स्नैपचैट के लिए राजस्व जुटाने का एक बड़ा प्रयास हो सकता है, लेकिन इसने यूजर्स को अपनी पुरानी यादों को सहेजने के तरीके पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। अब देखना यह होगा कि कितने यूजर्स इस नए पेड मॉडल को अपनाते हैं और कितने अपनी यादों को अन्य प्लेटफॉर्म्स या अपने डिवाइस पर शिफ्ट करते हैं।

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