“Start: घर में नए काम की शुरुआत से पहले जानें आज का पंचांग”



14 अक्टूबर 2025, मंगलवार का दिन विशेष रूप से शुभ और महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस दिन पुष्य नक्षत्र का शुभ योग बन रहा है, जिसे ज्योतिष में ‘नक्षत्रों…

14 अक्टूबर 2025, मंगलवार का दिन विशेष रूप से शुभ और महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस दिन पुष्य नक्षत्र का शुभ योग बन रहा है, जिसे ज्योतिष में ‘नक्षत्रों का राजा’ कहा जाता है। यह नक्षत्र धन, वैभव और समृद्धि का प्रतीक है। इसलिए, आज का दिन घर, वाहन, सोना, या कोई बड़ा निवेश करने के लिए अत्यंत उपयुक्त है। खासकर दीवाली से पहले की खरीदारी के लिए यह एक विशेष शुभ मुहूर्त है। इसके अलावा, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि के कारण भगवान विष्णु और हनुमान जी की पूजा का भी विशेष फल प्राप्त होगा। आइए, आज के पंचांग और सभी शुभ मुहूर्तों पर नज़र डालते हैं।

14 october 2025 ashubh muhurat

14 अक्टूबर 2025: व्रत और त्योहार

14 अक्टूबर 2025 का दिन अहोई अष्टमी व्रत के समापन से जुड़ा है, जो संतान की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण उपवास है। यह व्रत 13 अक्टूबर को रखा गया था, लेकिन इसकी अष्टमी तिथि का समापन 14 अक्टूबर को सुबह 11:09 बजे होगा। इस दिन को माताएं सूर्योदय के बाद अष्टमी तिथि समाप्त होने पर पारण करेंगी, जिससे उनका व्रत पूरा माना जाएगा। इसके अलावा, पूरा दिन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि से संबंधित रहेगा।

ज्योतिषीय दृष्टि से, 14 अक्टूबर एक बड़ा शुभ दिन है क्योंकि इस दिन पुष्य नक्षत्र का दुर्लभ संयोग बन रहा है। इसे सभी नक्षत्रों का राजा और धन, वैभव तथा समृद्धि का कारक माना जाता है। इसलिए, यदि आप दीपावली से पहले सोना, चांदी, या कोई नया सामान खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो पुष्य नक्षत्र के शुभ प्रभाव के कारण 14 अक्टूबर का दिन आपके लिए बहुत फलदायी साबित होगा।

14 अक्टूबर 2025: आज का उपाय

14 अक्टूबर 2025 का दिन, मंगलवार और पुष्य नक्षत्र का एक दुर्लभ संयोग है, जिसे मंगल पुष्य योग कहा जाता है। इस दिन किए गए उपाय दोगुना फल देते हैं। धन और समृद्धि के लिए, पुष्य नक्षत्र के शुभ समय में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की एक साथ पूजा करें। पूजा में दक्षिणावर्ती शंख में केसर मिला दूध भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इसके अलावा, शाम को माता लक्ष्मी के सामने घी का दीपक जलाएं और उसमें लाल रंग की बत्ती डालें। इस दिन सोना, चांदी या नया वाहन खरीदना बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि पुष्य नक्षत्र में की गई खरीदारी स्थायी और वृद्धि देने वाली होती है।

चूंकि इस दिन अहोई अष्टमी का समापन भी है, इसलिए संतान सुख और उनकी लंबी उम्र के लिए विशेष उपाय किए जाते हैं। माताएं अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए अष्टमी के समापन के बाद लाल फूल दें और अपने हाथ से संतान को दूध-भात खिलाएं। अगर संतान के विवाह या करियर में किसी भी प्रकार की बाधा आ रही है, तो अहोई माता को गुड़ का भोग लगाएं और चांदी की चेन या सिक्का अर्पित करके उनकी सफलता की प्रार्थना करें। मंगलवार होने के कारण हनुमान जी को बेसन के लड्डू या गुड़-चना अर्पित करना भी जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने में सहायक होगा।

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image credit: herzindagi

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