Rahuकाल: रविवार व्रत की शुरुआत से पहले जानें आज का पंचांग



12 अक्टूबर 2025, रविवार, विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह भगवान सूर्यदेव को समर्पित है। यह दिन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि के रूप में मनाया जाएगा,…

12 अक्टूबर 2025, रविवार, विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह भगवान सूर्यदेव को समर्पित है। यह दिन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि के रूप में मनाया जाएगा, जो दोपहर 2 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। इस दिन मृगशिरा नक्षत्र भी दोपहर 1 बजकर 36 मिनट तक प्रभावी रहेगा, इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र का आगमन होगा। इस दिन के दौरान एक महत्वपूर्ण रवि योग भी बनेगा, जिसे शुभ कार्यों में सफलता प्रदान करने वाला माना जाता है। ऐसे में यह समय धार्मिक अनुष्ठान या नए संकल्प के लिए अनुकूल है। हालांकि, रविवार होने के कारण राहुकाल का समय भी रहेगा, जिसमें शुभ कार्यों से बचना बेहतर होगा। एमपी, छिंदवाड़ा के ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ त्रिपाठी ने बताया कि इस दिन रविवार व्रत का आरंभ करना शुभ रहेगा, लेकिन पहले सभी अशुभ मुहूर्तों का ध्यान रखना आवश्यक है।

12 अक्टूबर 2025 को कोई प्रमुख त्योहार नहीं है, लेकिन यह दिन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है, जिसके कारण इस दिन से संबंधित कोई विशेष व्रत या अनुष्ठान नहीं किया जाता है। लेकिन, क्योंकि यह रविवार है, आप भगवान सूर्यदेव की पूजा कर सकते हैं। रविवार को सूर्य देव को जल अर्पित करना, व्रत रखना या सूर्य नमस्कार करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है, जिससे स्वास्थ्य, सम्मान और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है।

आज का उपाय 12 अक्टूबर 2025

12 अक्टूबर 2025 को सूर्यदेव की उपासना के लिए यह एक विशेष अवसर है। इस दिन आप सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और उगते हुए सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें। जल में थोड़ा-सा गुड़ और लाल फूल डालना बहुत शुभ माना जाता है। इस विशेष प्रक्रिया से न केवल आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा, बल्कि आपको सकारात्मक ऊर्जा भी मिलेगी।

इसके साथ ही, आज के दिन किसी गरीब या ज़रूरतमंद व्यक्ति को लाल रंग के वस्त्र या गेहूं का दान करना भी फायदेमंद रहेगा। यह दान धन, मान-सम्मान और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ाने में सहायक होगा। चूंकि इस दिन मृगशिरा नक्षत्र भी है, इसलिए आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है। यदि आप किसी नए बड़े काम की शुरुआत करना चाहते हैं, तो उसे शुभ अभिजीत मुहूर्त के दौरान करना बेहतर होगा, ताकि कार्यों में सफलता प्राप्त हो सके।

सारांश और निष्कर्ष

इस दिन की विशेषता यह है कि यह न केवल धार्मिक अनुष्ठान के लिए उपयुक्त है, बल्कि आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का भी अवसर देता है। सूर्यदेव की उपासना, दान और व्रत करने से आप न केवल अपने जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं, बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी लाभ पहुँचा सकते हैं। इसलिए, इस रविवार को अपने जीवन में सूर्य देव की कृपा को आकर्षित करने के लिए तैयार रहें।

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image credit: herzindagi, gemini

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