MP News: ‘War की परिभाषा बदल चुकी, भारत आतंक को कभी स्वीकार नहीं करेगा’ – CDS जनरल अनिल चौहान का बयान



भारत के CDS जनरल अनिल चौहान ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया मध्य प्रदेश में हाल ही में आयोजित एक समारोह में, भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS)…

भारत के CDS जनरल अनिल चौहान ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया

मध्य प्रदेश में हाल ही में आयोजित एक समारोह में, भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत नीति और युद्ध की नई परिभाषा पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि “अब युद्ध की परिभाषा बदल चुकी है” और भारत आतंकवाद को कभी स्वीकार नहीं करेगा। जनरल चौहान के इस बयान ने सभी को यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अपनी सुरक्षा और अखंडता को लेकर कितना गंभीर है।

इस अवसर पर जनरल चौहान ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई केवल सैन्य कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विचारधारा की लड़ाई है। हमें यह समझना होगा कि आतंकवादी केवल एक समूह नहीं, बल्कि एक विचारधारा का प्रतिनिधित्व करते हैं जो हमारे देश की शांति और सुरक्षा को खतरे में डालती है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद से निपटने के लिए सभी स्तरों पर एकजुटता की आवश्यकता है।

आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति

जनरल चौहान ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ रणनीति को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हमारी सुरक्षा बल सभी प्रकार के खतरों का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि “भारत ने अपने सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।” उनके अनुसार, यह केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि कूटनीतिक प्रयास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग भी आवश्यक हैं।

  • सुरक्षा बलों का सशक्तीकरण: सुरक्षा बलों को आधुनिक तकनीक और उपकरणों से लैस किया जा रहा है ताकि वे आतंकवादियों के खिलाफ प्रभावी ढंग से लड़ सकें।
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग: आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर सहयोग बढ़ाने के लिए विभिन्न देशों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है।
  • सामाजिक जागरूकता: जनता में आतंकवाद के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि युवा पीढ़ी इस विचारधारा से प्रभावित न हो।

भारत की सुरक्षा नीति में बदलाव

जनरल चौहान ने यह भी कहा कि भारत की सुरक्षा नीति में बदलाव आ चुका है। “हम अब किसी भी प्रकार के आंतरिक या बाहरी खतरे को नकारने के लिए तैयार हैं।” उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भारत किसी भी स्थिति में अपनी संप्रभुता और अखंडता को खतरे में नहीं डालने देगा।

उन्होंने कहा, “हमारी नीति अब न केवल प्रतिक्रिया देने वाली है, बल्कि यह सक्रिय रूप से खतरे को खत्म करने पर केंद्रित है। हम अपने दुश्मनों को यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत अब पहले से कहीं अधिक मजबूत है।” जनरल चौहान के इस बयान ने सभी को यह विश्वास दिलाया कि भारत अपने सुरक्षा हितों की रक्षा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

भारत की मजबूत स्थिति का वैश्विक प्रभाव

जनरल चौहान के बयान का वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग को प्राथमिकता देता है और इसके लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। “हम चाहते हैं कि अन्य देश भी इस दिशा में हमारे साथ आएं और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का परिचय दें,” उन्होंने कहा।

इस प्रकार जनरल अनिल चौहान का यह बयान केवल एक सैन्य नेता के रूप में नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में भी महत्वपूर्ण है। उनकी बातों ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त और दृढ़ नायक बनकर उभरा है।

आखिर में, जनरल चौहान ने यह भी कहा कि “हम सभी को मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाएं।” उनके इस संदेश ने सभी को एक नई ऊर्जा और प्रेरणा दी है।

इस प्रकार, भारत के CDS जनरल अनिल चौहान ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी स्थिति को स्पष्ट करते हुए यह साबित कर दिया कि भारत हमेशा अपने नागरिकों की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए खड़ा रहेगा।

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