इंदौर में ट्रैक्टर-टॉली पलटने से तीन लोगों की मौत, कई घायल
इंदौर के सांवेर में सोमवार शाम को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें ट्रैक्टर-टॉली पलट गई। इस हादसे में **तीन लोगों** की जान चली गई और **25 से अधिक लोग** घायल हुए हैं। घायलों को तुरंत सांवेर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। यह घटना चंद्रावतीगंज के पास हुई, जो कि स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ा सदमा है।
जानकारी के अनुसार, ट्राली में सवार अधिकांश लोग मजदूर थे। घटना के समय ट्राली में सवार दो महिलाओं, कमला बाई और जानी बाई की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय ग्रामीणों ने घायलों को निकालकर अस्पताल पहुंचाने में मदद की। उपचार के दौरान एक और घायल की मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या **तीन** हो गई।
घायलों की संख्या और स्थिति
घायलों की संख्या **25 से ज्यादा** है, जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही इंदौर प्रशासन ने एंबुलेंस भेजी और घायलों को तुरंत अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में घायलों का इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। यह हादसा उस समय हुआ जब ट्रैक्टर-टॉली सड़क के मोड़ पर पलट गई, जिससे लोगों में हड़कंप मच गया।
हादसे का कारण और प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रारंभिक जांच में यह बताया गया है कि ट्राली में सवार मजदूर रतनखेड़ी के खेत से काम खत्म करके अपने गांव लौट रहे थे। अचानक हुए इस हादसे ने सभी को चौंका दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद, स्थानीय विधायक और मंत्री तुलसी सिलावट भोपाल से इंदौर के लिए रवाना हो गए। उन्होंने घटना स्थल का दौरा किया और घायलों की स्थिति का जायजा लिया।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है और प्रशासन से मांग की है कि सड़क पर सुरक्षा के उचित इंतजाम किए जाएं। हादसे के बाद लोग एकत्रित हुए और घायल लोगों की सहायता की। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह के हादसे अक्सर होते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से उचित कदम नहीं उठाए जाते।
अंतिम विचार
यह हादसा एक बार फिर से सड़क पर सुरक्षा की आवश्यकता को उजागर करता है। ट्रैक्टर-टॉली जैसे भारी वाहनों के संचालन को लेकर सख्त नियमों की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों। प्रशासन को चाहिए कि वह इस मामले की गंभीरता को समझे और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दे।
ये भी पढ़ें: अंबेडकर विवाद: ग्वालियर में पांच जिलों में 30 नाकों पर चेकिंग, सुरक्षा के लिए तीन कंपनी सहित 3000 जवान रहेंगे।
इस घटना ने इंदौर के लोगों को एक बार फिर से सड़क सुरक्षा के महत्व को समझाने का काम किया है। उम्मीद है कि प्रशासन इस हादसे से सबक लेते हुए उचित कदम उठाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।