इंदौर देवास बायपास पर हादसों की बढ़ती संख्या पर चिंता
इंदौर देवास बायपास पर लगातार हो रहे सड़क हादसों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की नींद उड़ा दी है। अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, अंधेरे के कारण हो रहे इन हादसों ने कई लोगों की जान लेने के साथ-साथ कई अन्य को गंभीर रूप से घायल किया है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने हाल ही में अर्जुन बड़ौद बायपास पर निर्माणाधीन फ्लाय ओवर और सर्विस रोड का निरीक्षण किया।
मंत्री सिलावट ने इस दौरान निर्माण कार्य कर रही कंपनी एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बायपास पर हो रहे हादसों की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सड़क की लाइटें तुरंत चालू की जाएं ताकि रात में चलने वाले वाहनों को बेहतर रोशनी मिल सके।
निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश
निर्माण कार्य में तेजी लाने के साथ-साथ मंत्री सिलावट ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़क पर अंधेरे की समस्या को गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने कहा कि अगर सड़क पर सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय नहीं किए गए, तो भविष्य में होने वाली किसी भी दुर्घटना के लिए एनएचएआई के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। मंत्री ने कहा कि सर्विस रोड के निर्माण में हो रही देरी के कारण कई दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे लोगों की जान भी जा रही है।
कलेक्टर की बैठक और कार्रवाई
इस बीच, कलेक्टर शिवम वर्मा ने भी हाल ही में एक बैठक आयोजित की थी। बैठक में उन्होंने एनएचएआई अधिकारियों से कहा कि बारिश का मौसम खत्म होने के बाद तुरंत सर्विस लेन का काम पूरा किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने गड्ढे भरने, लाइटें लगाने और ट्रैफिक जाम को खत्म करने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने इस बात पर जोर दिया कि सभी उपाय जल्दी से जल्दी लागू किए जाएं ताकि सड़क पर हादसों की संख्या कम की जा सके।
32 ब्लैक स्पॉट में बायपास का समावेश
कलेक्टर द्वारा बनाई गई टीम ने हाल ही में शहर के 32 ब्लैक स्पॉट को चिन्हित किया है, जिसमें इंदौर देवास का बायपास भी शामिल है। इन स्पॉट्स पर लगातार हादसों में लोगों की जान जा रही है। कलेक्टर ने इन स्थानों पर हादसों को रोकने के लिए सुझाव मांगे हैं और जल्द से जल्द योजना बनाने का निर्देश दिया है।
आवश्यक कदम उठाने की अपील
मंत्री सिलावट ने एनएचएआई के अधिकारियों से कहा कि वे अंधेरे और असुरक्षित सड़क के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल उपाय करें। उन्होंने कहा, “यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर संबंधित अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।” इस निरीक्षण में मंत्री के साथ सहायक प्रोजेक्ट ऑफिसर राहुल सिंह, मंडल अध्यक्ष रवि वाजपेई, हुकुम पटेल, माखन पटेल और थाना प्रभारी कैलाश सिंह भी मौजूद रहे।
सड़क सुरक्षा के लिए सरकारी प्रयास
इन सभी घटनाओं के बीच, सरकार ने सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है। मंत्री सिलावट ने कहा कि सड़क पर उचित संकेत, लाइटें और अन्य सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करें ताकि सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इंदौर देवास बायपास पर हो रहे हादसों ने प्रशासन के लिए एक बड़ा चुनौती पेश कर दी है। अब यह देखना होगा कि क्या प्रशासन और संबंधित अधिकारी इन समस्याओं का समाधान कर पाते हैं या नहीं।
निष्कर्ष
सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। बायपास पर हो रहे हादसों के मद्देनजर प्रशासन को त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। यदि उचित कदम नहीं उठाए गए तो इन घटनाओं की संख्या और बढ़ सकती है, जिससे कई लोगों की जान भी जा सकती है। समय रहते प्रशासन को इस दिशा में सक्रियता दिखानी होगी।