GST 2.0 बूस्टर: करवा चौथ की बिक्री लगभग 28,000 करोड़ रुपये तक पहुंची



करवा चौथ: व्यापार में 28,000 करोड़ का उछाल करवा चौथ के अवसर पर व्यापार में वृद्धि नई दिल्ली: करवा चौथ का त्योहार इस वर्ष देशभर में लगभग 28,000 करोड़ रुपये…



करवा चौथ: व्यापार में 28,000 करोड़ का उछाल

करवा चौथ के अवसर पर व्यापार में वृद्धि

नई दिल्ली: करवा चौथ का त्योहार इस वर्ष देशभर में लगभग 28,000 करोड़ रुपये का व्यापार उत्पन्न करने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के 22,000 करोड़ रुपये के आंकड़े से काफी अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से जीएसटी दरों में कटौती के कारण हुई है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए सामान और सेवाएं सस्ती हो गई हैं। यह जानकारी शुक्रवार को अखिल भारतीय व्यापारियों के महासंघ (CAIT) द्वारा दी गई।

दिल्ली का योगदान

दिल्ली ने अकेले ही लगभग 8,000 करोड़ रुपये का व्यापार किया, जिसमें चांदनी चौक, जो देश का सबसे बड़ा थोक बाजार है, में उत्सव की गतिविधियां देखने को मिलीं। चांदनी चौक से सांसद और CAIT के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि गुरुवार और शुक्रवार को देखी गई भारी उपभोक्ता भीड़ और पूरे देश से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर, करवा चौथ पर कुल व्यापार 28,000 करोड़ रुपये के आसपास पहुंचने की उम्मीद है।

पारंपरिक सामानों की बिक्री में वृद्धि

खंडेलवाल ने बताया कि पिछले वर्ष करवा चौथ पर कुल व्यापार लगभग 22,000 करोड़ रुपये था, जबकि 2023 में यह 15,000 करोड़ रुपये के आसपास रहा। इससे इस वर्ष के उत्सव व्यापार में तेज वृद्धि का संकेत मिलता है। उन्होंने बताया कि पारंपरिक करवा चौथ के सामान जैसे साड़ियाँ, लहंगे, पूजा थालियाँ, छानने के बर्तन, मिट्टी के बर्तन, मिठाइयाँ, उपहार वस्तुएँ, आभूषण और कॉस्मेटिक्स की बिक्री में भारी उछाल देखने को मिला है।

सेवा क्षेत्र में रोजगार के अवसर

इस उत्सव के दौरान ब्यूटी पार्लर, मेहंदी कलाकार और सैलून में पूरे दिन लंबी कतारें देखी गईं, जिससे पूरे भारत में कारीगरों और छोटे सेवा प्रदाताओं के लिए महत्वपूर्ण रोजगार के अवसर पैदा हुए। इसके अलावा, पूरे दिन सामुदायिक करवा चौथ समारोह और अनुष्ठान आयोजित किए गए, जिससे फिर से छोटे व्यवसायों को बढ़ावा मिला।

दिल्ली के प्रमुख बाजारों में खरीदारी का उत्साह

दिल्ली के प्रमुख बाजारों जैसे चांदनी चौक, सदर बाजार, सरोजिनी नगर, लाजपत नगर, करोल बाग, राजौरी गार्डन, कमला नगर, शालीमार बाग, पीतमपुरा, पश्चिम विहार, रोहिणी, कनॉट प्लेस, खान मार्केट, साउथ एक्सटेंशन, लक्ष्मी नगर और प्रीत विहार में खरीदारी का उत्साह देखा गया। उपभोक्ता खरीदारी के लिए बाजारों में उमड़ पड़े।

जीएसटी दरों में कटौती का प्रभाव

जीएसटी दरों में कटौती, जो 22 सितंबर को लागू हुई, ने उपभोक्ताओं को अतिरिक्त राहत प्रदान की है, जिससे उनकी खरीदारी की क्षमता बढ़ी है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का “स्वदेशी खरीदें और बेचें” का आह्वान व्यापारियों और उपभोक्ताओं द्वारा व्यापक रूप से अपनाया गया है, जिसने रिकॉर्ड बिक्री में योगदान दिया है, खंडेलवाल ने कहा।

करवा चौथ का महत्व

CAIT के अनुसार, करवा चौथ केवल प्रेम और भक्ति का त्योहार नहीं है, बल्कि यह घरेलू व्यापार के लिए भी एक प्रमुख प्रेरक है। इस वर्ष लाखों छोटे व्यापारियों और स्थानीय दुकानदारों को इस उत्सव की भीड़ से काफी लाभ हुआ है। यह त्यौहार न केवल पारिवारिक बंधनों को मजबूत करता है, बल्कि आर्थिक रूप से भी लोगों को सशक्त बनाता है।

निष्कर्ष

इस प्रकार, करवा चौथ का त्योहार न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उपभोक्ताओं की बढ़ती खरीदारी और व्यापारियों की सक्रियता इस उत्सव की अनूठी विशेषता है, जो हर वर्ष इसे और भी खास बनाती है।


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