NDA में 99 प्रतिशत उम्मीदवारों की सूची तैयार, धर्मेंद्र प्रधान बोले- शेष सीटों पर भी जल्द होगा फैसला



बिहार विधानसभा चुनाव 2025: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने तेजी से कदम बढ़ाए हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार चुनाव प्रभारी…

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने तेजी से कदम बढ़ाए हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि गठबंधन के भीतर लगभग 99 प्रतिशत सीटों पर सहमति बन चुकी है और केवल कुछ सीटों पर अंतिम चर्चा बाकी है। उन्होंने बताया कि भाजपा, जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और रालोसपा जैसे पांच घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत सकारात्मक दिशा में चल रही है।

99 प्रतिशत उम्मीदवारों की सूची तैयार – धर्मेंद्र प्रधान

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “एनडीए में कौन किस सीट से चुनाव लड़ेगा, इसका 99 प्रतिशत निर्णय हो चुका है। शेष सीटों पर भी जल्द ही फैसला लिया जाएगा। हमारे सभी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरी तरह एकजुट हैं।” उनका यह बयान दिखाता है कि एनडीए के सभी घटक दल एकजुटता के साथ चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं। इस संबंध में पहले से चल रही चर्चाओं और अनुमानों को भी उन्होंने मजबूती प्रदान की है।

प्रधान ने महागठबंधन पर कसा तंज

धर्मेंद्र प्रधान ने बिहार के वैकल्पिक गठबंधन, महागठबंधन, पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि “महागठबंधन को इस चुनाव में हार का अंदाजा पहले से ही स्पष्ट दिखाई दे रहा है।” उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता विकास और स्थिरता के मुद्दों पर एनडीए के साथ खड़ी है। उनका मानना है कि 14 नवंबर को मतगणना के बाद बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी, जो जनता के विश्वास की जीत होगी। इस प्रकार, उन्होंने चुनावी माहौल में एनडीए की स्थिति को मजबूत बताते हुए महागठबंधन के प्रति जनता की असंतोष का संकेत दिया।

एनडीए जल्द ही जारी कर सकता है पहली लिस्ट

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि धर्मेंद्र प्रधान का यह बयान न केवल एनडीए के भीतर एकता का संदेश देता है, बल्कि पिछले कुछ दिनों से सीट शेयरिंग को लेकर चल रही असहमति की खबरों पर भी विराम लगाता है। उनके बयान के साथ यह लगभग तय माना जा रहा है कि एनडीए जल्द ही उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकता है। चुनावी प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण साबित होगा, क्योंकि इससे पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक भी उत्साहित होंगे।

एनडीए की इस एकजुटता से यह संकेत मिलता है कि पार्टी आगामी चुनावों में एक मजबूत रणनीति के साथ उतरेगी। इसके अलावा, यह भी देखा जा रहा है कि भाजपा अपनी चुनावी रणनीति में कुछ पुराने नेताओं को भी बाहर कर रही है, जिससे नए चेहरों को मौका दिया जा रहा है।

  • भाजपा ने 48 संभावित उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसमें कई पुराने नेताओं का टिकट कट गया है।
  • राजनीतिक माहौल में स्थिरता बनाए रखने के लिए एनडीए ने अपनी रणनीतियों को फिर से तैयार किया है।
  • महागठबंधन के नेता अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए विभिन्न मुद्दों पर जोर दे रहे हैं।

इस चुनावी माहौल में, बिहार की जनता की उम्मीदें एनडीए से जुड़ी हुई हैं। भाजपा और उसके सहयोगी दलों के प्रयासों से यह स्पष्ट होता है कि वे अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में, आगामी चुनावों में बिहार की राजनीति के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय होगा।

संक्षेप में, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एनडीए की तैयारियों को लेकर धर्मेंद्र प्रधान के बयान ने स्पष्टता प्रदान की है। यह न केवल गठबंधन के भीतर एकता को दर्शाता है, बल्कि चुनावी रणनीतियों के प्रति भी एक सकारात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एनडीए अपनी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर पाएगा और बिहार की जनता का विश्वास फिर से जीत सकेगा।

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