बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच, वाम दलों ने अपने चुनावी अभियान की शुरूआत कर दी है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने मंगलवार को अपने 18 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिससे विपक्षी महागठबंधन में हलचल मच गई है। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब RJD, कांग्रेस, VIP, जेएमएम और वाम दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है।
सीट बंटवारे से पहले मैदान में उतरे वाम दल
हालांकि सीट बंटवारे पर अभी अंतिम सहमति नहीं बनी है, लेकिन CPI ने अपनी रणनीति को स्पष्ट करते हुए उन 18 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जहां से पार्टी ने पिछले चुनावों में अच्छी स्थिति बनाई थी। यह कदम वाम दलों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है कि वे चुनावी मैदान में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार हैं।
वाम दलों ने हमेशा से ही बिहार में समाज के कमजोर वर्गों की आवाज उठाई है, और इस बार भी उनकी कोशिश यही है कि वे अपने प्रभावशाली नेताओं को चुनावी मैदान में लाकर अपनी स्थिति मजबूत करें। CPI के इस कदम ने अपने सहयोगियों, विशेष रूप से RJD और कांग्रेस, पर दबाव बढ़ा दिया है कि वे शीघ्रता से सीट बंटवारे कोFinalize करें।
इन सीटों से मैदान में उतरेंगे उम्मीदवार
CPI की सूची में कई पुराने और प्रभावशाली नाम शामिल हैं। इनमें से कुछ उम्मीदवार पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं और उनके पास अपने क्षेत्रों में एक मजबूत आधार है। यहां पर उन 18 सीटों की सूची दी गई है, जिन पर CPI के उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरेंगे:
- तरारी से मदान सिंह चन्द्रवंशी
- अगिआंव (SC) से शिवप्रकाश रंजन
- आरा से कयामुद्दीन अंसारी
- डुमरांव से अजीत कुमार सिंह उर्फ अजीत कुशवाहा
- काराकाट से अरुण सिंह
- अरवल से महानंद सिंह
- घोषी से रामबली सिंह यादव
- पालीगंज से संदीप सौरभ
- फुलवारी से गोपाल रविदास
- दीघा से दिव्या गौतम
- दरौली से सत्यदेव राम
- जिरादेई से अमरजीत कुशवाहा
- दरौंदा से अमरनाथ यादव
- भोरे से जितेंद्र पासवान
- सिकटा से वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता
- वारिसनगर से फूलबाबू सिंह
- कल्याणपुर से रंजीत राम
- बलरामपुर से महबूब आलम
वाम दलों की इस चुनावी घोषणा ने बिहार की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है। CPI के इस कदम ने महागठबंधन में सीट बंटवारे की बातचीत को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि RJD और कांग्रेस इस दबाव का कैसे सामना करते हैं और क्या वे अपने उम्मीदवारों की सूची को जल्दीFinalize कर पाएंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव में सभी पार्टियों की नजरें अब चुनावी रणनीतियों पर टिकी हुई हैं। वाम दलों के इस कदम ने चुनावी समीकरणों को और भी जटिल बना दिया है। जबकि CPI ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, अन्य दलों को भी जल्द ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा करनी होगी ताकि वे चुनावी मैदान में अपनी स्थिति मजबूती से स्थापित कर सकें।
अगले कुछ महीनों में बिहार की राजनीति में और भी कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम देखने को मिलेंगे, क्योंकि सभी दल अपनी-अपनी चुनावी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।
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