Monsoon: बिहार में सर्दी की दस्तक, ठंडी हवाओं ने पटना में मचाई हलचल



बिहार का मौसम अपडेट: 13 अक्टूबर को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने बिहार से औपचारिक विदाई ले ली है। इस वर्ष बारिश का स्तर सामान्य से 31 प्रतिशत कम रहा, जिसके कारण…

बिहार का मौसम अपडेट: 13 अक्टूबर को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने बिहार से औपचारिक विदाई ले ली है। इस वर्ष बारिश का स्तर सामान्य से 31 प्रतिशत कम रहा, जिसके कारण राज्य के 23 जिलों में सूखे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। अब जबकि आसमान साफ है, उत्तर-पश्चिमी हवाओं की ठंडक ने सुबह और शाम के समय में सिहरन पैदा कर दी है। मौसम विभाग ने अगले एक सप्ताह तक बारिश की कोई संभावना नहीं जताई है। दिन में धूप तो खिली रहेगी, लेकिन एक हल्की ठंडक के साथ मौसम में परिवर्तन हो रहा है।

मानसून की निराशा: सूखे की मार झेल रहे जिले

इस वर्ष का मानसून बिहार के किसानों के लिए निराशाजनक साबित हुआ है। मानसून ने 17 जून को राज्य में प्रवेश किया था और 20 जून तक पूरे बिहार में फैल गया था। लेकिन चार महीने के इस मौसम में सामान्य बारिश 992.2 मिमी की तुलना में केवल 686.3 मिमी हुई। जुलाई का महीना पिछले कई वर्षों में सबसे सूखा रहा, जिसमें 41 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई।

राज्य के कई जिलों जैसे सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, गोपालगंज, भागलपुर और दरभंगा में बारिश 20 से 59 प्रतिशत तक कम हुई है। इसके परिणामस्वरूप खेतों में दरारें पड़ीं, धान की फसलें मुरझाईं और जलस्रोतों का स्तर भी गिर गया। हालांकि, कुछ जिलों जैसे रोहतास, बक्सर, गया और पटना में स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर रही, जहां सामान्य के करीब बारिश हुई।

ठंडी हवाओं से मौसम का मिजाज बदला

मानसून के विदाई के साथ ही मौसम की दिशा भी बदलने लगी है। उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली शुष्क हवाएं अब बिहार के मौसम पर प्रभाव डाल रही हैं। तापमान में निरंतर गिरावट देखी जा रही है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 28 से 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 18 से 22 डिग्री के बीच रहने की संभावना है।

राजधानी पटना, गया और भागलपुर में सुबह और शाम को हल्की ठंडक महसूस की जा रही है। कई स्थानों पर हल्का कोहरा भी देखने को मिल रहा है। दिन में धूप खिली हुई है, लेकिन उसमें गर्माहट की जगह अब नरमी आ गई है। यह सब ठंड के आगमन के संकेत दे रहे हैं।

ला नीना का प्रभाव: लंबी और ठंडी सर्दी की आशंका

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वर्ष सर्दियों में ला नीना की भूमिका महत्वपूर्ण रहने वाली है। ला नीना प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह के तापमान में कमी से जुड़ी एक जलवायु परिघटना है, जो भारत में ठंडी हवाओं के प्रवाह को तेज कर देती है।

इस बार उत्तर और मध्य भारत में अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से ही तापमान में तेज गिरावट देखी जा रही है। पहाड़ों पर समय से पहले बर्फबारी शुरू हो चुकी है, जिसका असर मैदानों में भी दिखने लगा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि दिसंबर और जनवरी में बिहार में कड़ाके की ठंड पड़ेगी, और कोहरे तथा शीतलहर की स्थिति भी बढ़ सकती है।

पटना में मौसम का हाल: दिन में धूप, रात में राहत

राजधानी पटना में पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव का अनुभव किया जा रहा है। सुबह और शाम सुहावनी ठंडक के साथ होती हैं, जबकि दिन में हल्की तपिश बनी रहती है। अगले एक सप्ताह तक यहां मौसम शुष्क रहने की संभावना है, आसमान साफ रहेगा और तापमान में धीरे-धीरे गिरावट जारी रहेगी।

पटना में अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री और न्यूनतम 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। ठंडी हवाओं के प्रवाह में वृद्धि से रात के तापमान में और गिरावट संभव है।

सर्दियों की आहट: मौसम के बदलाव की कहानी

बिहार में मौसम के इस बदलाव में दो तस्वीरें एक साथ नजर आ रही हैं। एक ओर बारिश की कमी से परेशान किसान और सूखी धरती है, तो दूसरी ओर सुबह की ठंडी हवा में बसी सर्दियों की आहट है। इस बार मानसून ने उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया, लेकिन उसकी विदाई के साथ ही ठंड ने बिना देरी किए दस्तक दे दी है।

इस मौसम के बदलाव के साथ बिहार की धरती पर सर्दियों की कहानी बुनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। किसानों को आशा है कि जल्द ही बारिश का नया दौर शुरू होगा, जिससे फसलों की स्थिति में सुधार होगा। साथ ही, ठंड के मौसम में सभी को स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता होगी।

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