Alliance News: तेजस्वी यादव के नामांकन से सहयोगी दल दूर रहे



बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीट बंटवारे की स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाई है। इसी बीच, तेजस्वी यादव ने बुधवार…

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीट बंटवारे की स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाई है। इसी बीच, तेजस्वी यादव ने बुधवार को राघोपुर विधानसभा से अपने नामांकन पत्र दाखिल कर दिए हैं। इस नामांकन के दौरान महागठबंधन के किसी भी सहयोगी दल का नेता उनके साथ नजर नहीं आया, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। तेजस्वी यादव के सहयोगी दलों की अनुपस्थिति ने कई सवाल उठाए हैं और इसके पीछे के कारणों पर अटकलें लगाई जा रही हैं।

महागठबंधन में सीट बंटवारे के मुद्दे पर टकराव

तेजस्वी यादव ने अपने पिता लालू यादव, मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती के साथ नामांकन दाखिल करने के लिए हाजीपुर अनुमंडल कार्यालय का रुख किया। हालांकि, जब नामांकन के वक्त सहयोगी दल के नेता वहां उपस्थित नहीं थे, तो यह स्पष्ट हो गया कि महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कोई न कोई विवाद चल रहा है। इस स्थिति ने बिहार की राजनीति में नई चर्चाओं को जन्म दिया है कि क्या महागठबंधन की एकता में दरार आ रही है।

महागठबंधन के नेताओं के बीच खींचतान

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन में सीट बंटवारे का मुद्दा अभी तक सुलझ नहीं पाया है। राजद और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है। असल में, सीटों की संख्या तय होने के बाद अब पसंद की सीटों को लेकर पेच फंसा हुआ है। पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है, लेकिन इससे पहले महागठबंधन के सामने बड़ी चुनौती है कि वे अपने प्रत्याशियों की सूची और सीटों के बंटवारे पर सहमति बना सकें।

राजद की अगुवाई में गठबंधन के अन्य दलों जैसे कांग्रेस और वीआईपी के बीच भी आपसी खींचतान जारी है। यह भी सुनने में आया है कि तेजस्वी यादव ने दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात किए बिना ही पटना लौटने का निर्णय लिया। इसके बाद उन्होंने बिना प्रत्याशियों की सूची जारी किए और बंटवारे पर सहमति बनाए बगैर ही अपने परिवार के साथ राघोपुर विधानसभा से नामांकन दाखिल कर दिया।

लालू परिवार की एकजुटता की कोशिश

लालू परिवार में इस समय कई तरह के उठापटक चल रहे हैं, लेकिन जब तेजस्वी यादव राघोपुर विधानसभा से अपने नामांकन के लिए पहुंचे, तो उन्होंने एकजुटता दिखाने की कोशिश की। भले ही महागठबंधन के नेता वहां मौजूद नहीं थे, लेकिन अपने परिवार के साथ मिलकर नामांकन करने के दौरान तेजस्वी यादव ने यह संदेश देने की कोशिश की कि परिवार एकजुट है। उनके साथ नामांकन के दौरान पिता लालू यादव, मां राबड़ी देवी, बड़ी बहन मीसा भारती और तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव भी उपस्थित थे।

यहां पर यह भी ध्यान देने योग्य है कि तेजस्वी यादव के नामांकन के समय उनकी पार्टी के नेताओं की अनुपस्थिति ने राजनीतिक विश्लेषकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या महागठबंधन की एकता का भविष्य खतरे में है। क्या यह स्थिति महागठबंधन के लिए एक बड़ा संकट बनेगी, या फिर यह सभी दलों के लिए एक अवसर बनेगा, यह समय ही बताएगा।

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