Bihar News: Chiraag ने बाजी पलटी, 29 सीटों के साथ LJP(R) बनी गठबंधन की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी



बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट बंटवारे की स्थिति अब स्पष्ट हो गई है। इस बार युवा नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने…

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट बंटवारे की स्थिति अब स्पष्ट हो गई है। इस बार युवा नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की है। NDA के भीतर हुए इस बंटवारे के अनुसार, उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP-R) को 29 सीटें मिली हैं। यह संख्या अन्य सहयोगी दलों की अपेक्षा सबसे अधिक है, जो चिराग पासवान की राजनीतिक ताकत और ज़मीन पर उनकी पकड़ को दर्शाती है। इस बंटवारे में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) दोनों को 101-101 सीटें दी गई हैं।

मांझी को अब 6 सीटों पर ही करना होगा संतोष

वहीं, जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) को केवल 6 सीटें दी गई हैं। मांझी ने पार्टी के लिए 15 सीटों की मांग की थी, लेकिन उन्हें अपनी मांग से समझौता करना पड़ा। पिछले चुनाव में उन्होंने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 4 सीटें जीती थीं। हालांकि, इस बार उन्हें केवल 6 सीटों पर अपनी पूरी ताकत लगानी होगी। यह स्थिति मांझी के लिए एक चुनौती साबित हो सकती है, क्योंकि उन्हें अपनी पार्टी की राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने के लिए अधिक प्रयास करने होंगे।

कुशवाहा को भी नहीं मिली मन मुतबिक सीट

इसी तरह, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को भी मांझी के बराबर 6 सीटें मिली हैं। कुशवाहा ने लगभग 20 सीटों की मांग की थी, लेकिन उनकी अपेक्षाएं भी पूरी नहीं हो सकीं। पिछले साल 2024 के लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद, उन्हें राज्यसभा में भेजा गया था, लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव में उन्हें सीटों की संख्या में कोई विशेष लाभ नहीं मिल पाया। यह स्थिति दर्शाती है कि कुशवाहा की राजनीतिक स्थिति भी चुनौती में है।

चिराग पासवान ने मारी बाजी

चिराग पासवान ने 29 सीटें हासिल कर NDA में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है। अब उनकी भूमिका केवल एक पार्टी प्रमुख की नहीं रह गई है, बल्कि उन्हें बिहार की राजनीति के एक महत्वपूर्ण नायक के रूप में देखा जा रहा है। चिराग पासवान अब इन 29 सीटों पर उम्मीदवारों के चयन और चुनाव प्रचार की रणनीति को अंतिम रूप देने में जुट जाएंगे। यह स्पष्ट हो गया है कि चिराग पासवान NDA में BJP और JDU के बाद तीसरे सबसे प्रमुख नेता बन गए हैं।

चिराग पासवान के नेतृत्व में उनकी पार्टी LJP(R) अब नए सिरे से चुनावी रणनीतियों पर काम कर रही है। उनकी युवा सोच और ऊर्जा को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि वह अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एक मजबूत अभियान चलाएंगे। इसके अलावा, पासवान की रणनीतियों में यह भी महत्वपूर्ण होगा कि वे किस प्रकार से अपने साथियों के साथ तालमेल बनाते हैं और चुनाव प्रचार में जनता के बीच अपनी पहुंच बढ़ाते हैं।

महागठबंधन में फंसे पेंच के बीच मुकेश सहनी का बड़ा एलान: इस बीच, महागठबंधन में भी हलचल तेज है। कई नेता अपनी-अपनी सीटों की मांग कर रहे हैं और स्थिति को लेकर असमंजस में हैं। ऐसे में, इस बात की उम्मीद है कि आने वाले दिनों में चुनावी राजनीति और भी दिलचस्प मोड़ लेगी।

विधानसभा चुनाव 2025 के लिए यह सीट बंटवारा एक महत्वपूर्ण कदम है, जो बिहार की राजनीतिक दिशा को निर्धारित करेगा। सभी पार्टियों को अब इस बंटवारे के बाद अपनी रणनीतियों को पुनः जांचने की आवश्यकता है, ताकि वे अपने मतदाताओं को सही तरीके से प्रभावित कर सकें। सीटों का यह बंटवारा न केवल चुनावी समीकरणों को बदल सकता है, बल्कि बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है।

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