Rouse Avenue Court: लालू-राबड़ी और तेजस्वी के लिये आज का दिन बेहद खास, ले सकता है बड़ा फैसला



भूमि के बदले नौकरी मामला: आरजेडी के सुप्रीमो लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लैंड…

भूमि के बदले नौकरी मामला: आरजेडी के सुप्रीमो लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लैंड फॉर जॉब केस में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट आज अपना फैसला सुना सकती है। इस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत के आदेश पर लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव सोमवार को कोर्ट में पेश होंगे। इस मामले को लेकर लालू परिवार रविवार को ही दिल्ली पहुंच चुका है।

महागठबंधन की सीट शेयरिंग पर भी हो सकता एलान

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन की तरफ से सीट शेयरिंग का एलान भी आज किया जा सकता है। ऐसे में आज का दिन राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। दरअसल, तेजस्वी यादव के अलावा लालू यादव के परिवार के कई सदस्य भी इस मामले में आरोपित हैं। इसलिए कोर्ट से आने वाले फैसले पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। अगर लालू परिवार को दोषी ठहराया जाता है, तो यह बिहार की राजनीति में एक बड़ा भूचाल ला सकता है।

तेजस्वी यादव के लिए यह दिन विशेष

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के लिए यह मामला एक राजनीतिक परीक्षा की तरह है। यदि अदालत का फैसला लालू परिवार के पक्ष में आता है, तो यह आरजेडी और महागठबंधन के लिए एक बड़ी राहत होगी, खासकर जब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए तैयारियां चल रही हैं। हालांकि, यदि फैसला प्रतिकूल रहा, तो विपक्ष, विशेषकर बीजेपी, इसे चुनावी मुद्दा बना सकती है, जिससे आरजेडी को नुकसान हो सकता है।

तेजस्वी का दावा: ‘हमने कोई गलत काम नहीं किया’

तेजस्वी यादव लगातार कहते आ रहे हैं, “हमने कोई गलत काम नहीं किया है, सच्चाई हमारे साथ है। यह केस राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है।” आरजेडी के खेमे में इस मामले को लेकर विश्वास और उम्मीद का माहौल बना हुआ है। यह फैसला न केवल परिवार के लिए, बल्कि बिहार की राजनीति की दिशा तय करने वाला साबित हो सकता है।

मामले का संक्षिप्त विवरण

यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। सीबीआई ने इस मामले में चार्जशीट दायर करते हुए आरोप लगाया है कि लालू यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान जमीन के बदले नौकरियां दीं। इसके अनुसार, जिन उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी मिली, उनके परिवारों ने बदले में अपनी जमीन लालू परिवार या उससे जुड़े लोगों के नाम की।

बिहार और झारखंड के लोगों से भी जमीन का अधिग्रहण

सीबीआई के अनुसार, इस दौरान रेलवे में नौकरी देने के नाम पर बिहार और झारखंड के कई लोगों से जमीन ली गई। इस मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव और कई अन्य लोगों पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोप लगाए हैं।

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