Wealth: धनतेरस पर ये 3 चीजें न खरीदें, वरना कंगाली आ सकती है



धनतेरस, दीपावली महापर्व का पहला दिन होता है, जो समृद्धि और सुख-शांति की कामना के लिए मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी की…

धनतेरस, दीपावली महापर्व का पहला दिन होता है, जो समृद्धि और सुख-शांति की कामना के लिए मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। भारतीय संस्कृति में यह परंपरा है कि इस अवसर पर नई वस्तुएं खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। लोग इस दिन सोने-चांदी, नए बर्तनों, और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की खरीदारी करते हैं, ताकि उनके घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का वास हो सके। हालांकि, धनतेरस के दिन सभी वस्तुएं खरीदना शुभ नहीं होता। भारतीय ज्योतिष और पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ वस्तुएं ऐसी होती हैं, जिनकी खरीद से घर में धन की कमी या परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कौन सी वस्तुएं हैं, जिनसे बचना चाहिए, और इसके पीछे का कारण क्या है।

नाजुक या फिसलन वाली वस्तुएं

धनतेरस के दिन नाजुक या शीघ्र टूटने वाली वस्तुओं की खरीद से बचना चाहिए। इस श्रेणी में कांच, शीशे, तेल, घी, प्लास्टिक के सामान, खाली बर्तन और दवाइयां शामिल होती हैं।

avoid buying liquid on dhanteras

कांच और प्लास्टिक की वस्तुएं अस्थिरता और असुरक्षा का प्रतीक मानी जाती हैं। वहीं, तेल और घी फिसलन और क्षय का संकेत देते हैं, इसलिए इनकी खरीद आर्थिक और मानसिक अस्थिरता का संकेत मानी जाती है। इसके अलावा, खाली बर्तन घर में ‘रिक्तता’ और धन की कमी का प्रतीक समझा जाता है। दवाइयां या चिकित्सा से जुड़ी वस्तुएं भी इस दिन नहीं खरीदनी चाहिए, क्योंकि यह रोग और कष्ट को आमंत्रित करने का प्रतीक मानी जाती हैं।

धारदार, लोहे या नुकीली वस्तुएं

धनतेरस पर किसी भी प्रकार की धारदार या नुकीली वस्तुओं की खरीद से बचना चाहिए। इनमें चाकू, कैंची, ब्लेड, नेल कटर, लोहे के औजार और कोयले जैसी वस्तुएं शामिल हैं।

avoid buying sharp things on dhanteras

इन वस्तुओं को नकारात्मक ऊर्जा और दुर्भाग्य का प्रतीक माना जाता है। धारदार वस्तुएं जीवन में ‘विच्छेद’ या ‘कठोरता’ का संकेत देती हैं। ये वस्तुएं घर के सौभाग्य को ‘काट’ देती हैं। लोहे की वस्तुएं शनि ग्रह से जुड़ी होती हैं, और शनि के प्रभाव के कारण इन वस्तुओं की खरीद आर्थिक अस्थिरता और विवाद का कारण बन सकती है।

अशुभ रंग, पुरानी और नकली वस्तुएं

धनतेरस नई शुरुआत का प्रतीक होता है, इसलिए इस दिन पुरानी, नकली या अशुभ रंग की वस्तुएं नहीं खरीदनी चाहिए। इसमें काले रंग के कपड़े, बैग, जूते, पुराना या सेकंड हैंड फर्नीचर, नकली आभूषण, टिन जैसी धातुएं, झाड़ू, कचरा साफ करने की वस्तुएं और लकड़ी या ईंधन संबंधी सामग्री शामिल हैं।

avoid buying black sandles on dhanteras

काला रंग शनि से जुड़ा होता है और इसे नकारात्मक ऊर्जा का संकेत माना जाता है। पुराना या नकली सामान घर में अस्थिरता और अशुभता लाता है। इसी तरह, झाड़ू या कचरा साफ करने की वस्तुएं लक्ष्मी के घर से जाने का प्रतीक मानी जाती हैं, इसलिए इन्हें इस दिन नहीं खरीदना चाहिए।

यदि आप कुबेर देव की कृपा पाना चाहती हैं, तो धनतेरस के दिन इन चीजों को खरीदने से अवश्य बचें। यह जानकारी आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकती है। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो, तो इसे फेसबुक पर साझा करें और लाइक करें। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Shutterstock

Author:-