बिहार समाचार: बिहार के कैमूर जिले में भभुआ थाने की पुलिस ने एक बड़े ठगी के मामले का खुलासा करते हुए 20 हजार रुपये की दुल्हन को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार की गई दुल्हन का नाम पिंकी देवी है, जो भगवानपुर थाना क्षेत्र के मझिआंव गांव की निवासी है। पिंकी देवी को राजस्थान के एक युवक के साथ फर्जी शादी कराकर 2 लाख रुपये से अधिक की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में पहले भी एक महिला को 10 हजार रुपये लेकर सास बनने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
फर्जी शादी की योजना का खुलासा
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह खासतौर पर उन कुंवारे युवकों को निशाना बनाता था, जो शादी करने के इच्छुक थे, लेकिन उनके लिए सही साथी नहीं मिल पा रहा था। यह गिरोह राजस्थान और हरियाणा के युवकों को अपने जाल में फंसाता था, उन्हें शादी कराने का प्रलोभन देकर कैमूर लाया जाता था और यहां फर्जी शादी के नाम पर उनसे लाखों रुपये की ठगी की जाती थी। इसी संदर्भ में कैमूर पुलिस ने पहले सास बनने वाली महिला को गिरफ्तार किया और अब दुल्हन बनने वाली पिंकी देवी को भी गिरफ्तार किया है।
संदीप की फर्जी शादी की कहानी
इस पूरे मामले में संदीप कुमार जांगिड़ नामक युवक का जिक्र है, जो झुंझुनू, राजस्थान का निवासी है। संदीप की मुलाकात मधु देवी से तब हुई जब वह राजस्थान गया था। मधु देवी ने संदीप को एक लड़की की तस्वीर दिखाई और कहा कि वह उसकी शादी करा सकती है। लड़की का नाम नेहा बताया गया, जो बिहार के कैमूर जिले की रहने वाली थी। संदीप को मधु ने शादी के लिए कैमूर आने के लिए कहा।
शादी के बाद हुई धोखाधड़ी
संदीप ने 5 सितंबर को अपने परिवार के साथ भभुआ जाकर शादी की। शादी के खर्च के नाम पर उन्हें 2 लाख रुपये से अधिक की रकम दी गई। संदीप और उसके परिवार को एक कमरे में फर्जी शादी कराई गई, जिसमें एक अन्य महिला को लड़की की मां बताकर पेश किया गया। शादी के बाद अचानक लड़की और अन्य लोग पैसे लेकर फरार हो गए, जिससे संदीप और उसके परिवार को बड़ा झटका लगा।
लड़की के दोबारा बुलाने पर हुई लूट
कुछ समय बाद संदीप को फिर से फोन आया, जिसमें लड़की ने कहा कि वह उनके साथ चलने को तैयार है। संदीप जब दोबारा वहां गया तो उसे बंधक बना लिया गया और उससे फिर से 40 हजार रुपये लूट लिए गए। इस घटना के बाद संदीप ने भभुआ थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई और गिरोह का पर्दाफाश
इस मामले की जानकारी एसडीपीओ (भभुआ) मनोरंजन भारती ने दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि इस गिरोह के सदस्य राजस्थान और हरियाणा के उन युवकों को निशाना बनाते हैं, जिनकी शादी नहीं हुई है। पुलिस ने गिरोह की पहली सदस्य मधु देवी को गिरफ्तार कर लिया था, जो लड़की की मां बनने का नाटक कर रही थी। उसने बताया कि उसे इसके लिए 10 हजार रुपये मिले थे।
दुल्हन की गिरफ्तारी और गिरोह की स्थिति
मधु देवी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पिंकी देवी को भी गिरफ्तार किया, जिसने बताया कि उसे दुल्हन बनने के लिए 20 हजार रुपये दिए गए थे। उसने अपना नाम नेहा बताकर शादी की और बाद में फरार हो गई। इस गिरोह में कुल सात लोग शामिल हैं, जिनकी तलाश जारी है।
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