लखनऊ में मानव तस्करी के गिरोह का पर्दाफाश, एक बच्ची को किया गया बचाया
जागरण संवाददाता, लखनऊ। हाल ही में लखनऊ जीआरपी ने एक मानव तस्करी के गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसने छोटे बच्चों को बहलाकर उनका अपहरण कर उन्हें बेचने का काम किया। इस गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जीआरपी ने एक अपहरण की गई बच्ची को सुरक्षित बरामद किया और तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया। यह घटना लखनऊ जंक्शन पर हुई, जहां एक महिला अपनी छह साल की बेटी के साथ बैठी हुई थी।
महिला ने जीआरपी को दी सूचना
जानकारी के अनुसार, पूर्णिया की रहने वाली एक महिला अपने पति से नाराज होकर रविवार को लखनऊ आई थी। महिला रात के समय लखनऊ जंक्शन के हॉल में अपनी छह साल की बच्ची के साथ बैठी थी। उसी समय, महाराजगंज के भिठौली निवासी आमिर, बलरामपुर की शांति देवी और बलरामपुर के महमूदपुर की कंचन ने महिला के साथ दोस्ती बढ़ाई। इन लोगों ने महिला को विश्वास में लेकर उसकी बच्ची का अपहरण कर लिया।
महिला ने जब देखा कि उसकी बच्ची गायब है, तो उसने तुरंत लखनऊ जीआरपी को इसकी सूचना दी। जीआरपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए लखनऊ जंक्शन के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच शुरू की। इस दौरान, उन्हें अपहरणकर्ताओं की पहचान करने में मदद मिली।
जीआरपी की तत्परता से हुई गिरफ्तारी
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जीआरपी ने तीनों मानव तस्करों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए एक अभियान चलाया। इस कार्रवाई में जीआरपी ने न केवल इन तस्करों को पकड़ा, बल्कि अपहृत बच्ची को भी सुरक्षित बरामद किया। पूछताछ के दौरान, यह खुलासा हुआ कि ये लोग मुंबई और दिल्ली में सक्रिय देह व्यापार के गिरोह के संपर्क में थे।
गिरोह के सदस्य बताते हैं कि वे बच्चों का अपहरण करके उन्हें मॉल में बेचना चाहते थे, जहां उनकी मांग के अनुसार बच्चों को बेचा जाता था। यह सुनकर सभी हैरान रह गए कि किस प्रकार ये गिरोह मासूम बच्चों का exploitation कर रहे थे।
मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता आवश्यक
यह घटना मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर करती है। समाज में ऐसे गिरोहों के प्रति सचेत रहना बेहद जरूरी है, ताकि और भी बच्चों का अपहरण होने से रोका जा सके। पुलिस प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया है।
- महिला ने जीआरपी को दी सूचना
- सीसीटीवी फुटेज की मदद से गिरफ्तारी
- बच्ची को सुरक्षित बरामद किया गया
- गिरोह ने देह व्यापार के गिरोह से संपर्क किया था
अंत में
लखनऊ में मानव तस्करी के इस मामले ने एक बार फिर समाज में बच्चों की सुरक्षा की जरुरत को उजागर किया है। जीआरपी की सक्रियता और तत्परता ने एक जीवन को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हम सभी को इस प्रकार की घटनाओं के प्रति जागरूक रहना चाहिए और अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए ताकि हमारे बच्चों को सुरक्षित रखा जा सके।
इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ लड़ाई में पुलिस और समाज दोनों की सहभागिता आवश्यक है। इसलिए, हमें एकजुट होकर इस मुद्दे का सामना करना होगा और हर संभव प्रयास करना होगा ताकि हमारे बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो।