Ganga Water Supply: चौथाई तक कम, 300,000 लोगों को त्योहार के दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ेगा – आगरा समाचार



हरिद्वार से अलीगढ़ तक गंगाजल संकट: जलापूर्ति में भारी कमी हरिद्वार से बुलंदशहर होते हुए अलीगढ़ तक जाने वाली अपर गंगा कैनाल के बंद होने के कारण शहर में गंगाजल…

हरिद्वार से अलीगढ़ तक गंगाजल संकट: जलापूर्ति में भारी कमी

हरिद्वार से बुलंदशहर होते हुए अलीगढ़ तक जाने वाली अपर गंगा कैनाल के बंद होने के कारण शहर में गंगाजल संकट गहरा गया है। शहर को हर दिन बुलंदशहर से पाइपों के माध्यम से 140 क्यूसेक गंगाजल की आपूर्ति होती थी, जो अब घटकर मात्र एक चौथाई रह गई है। इस जलापूर्ति में कमी के चलते जलकल विभाग ने प्रभावित लगभग तीन लाख लोगों को त्योहारों के दौरान पानी भंडारण करने की सलाह दी है। इसके साथ ही, लोगों को अपने आवश्यक कार्यों के लिए पानी का समुचित उपयोग करने की भी एडवाइजरी जारी की गई है।

अपर गंगा कैनाल का बंद होना: कारण और प्रभाव

दरअसल, आगरा की करीब तीन लाख जनसंख्या को जल संपूर्ति का यह गंगाजल, बुलंदशहर जिले के पालड़ा गांव में अपर गंगा कैनाल पर बने सेडिमेंटेशन टैंक से पाइपों के जरिए प्राप्त होता है। 2 अक्टूबर को सिंचाई विभाग ने बिना किसी पूर्व सूचना के अपर गंगा कैनाल को 20 अक्टूबर तक के लिए सफाई के लिए बंद कर दिया। प्रारंभ में, कैनाल में मौजूद पानी के चलते जल आपूर्ति सुचारु रूप से चलती रही, लेकिन बाद में गंगाजल की आपूर्ति बाधित होने से स्थिति गंभीर हो गई।

जल संकट के समाधान के प्रयास

जैसे ही गंगाजल की आपूर्ति में कमी आई, प्रशासन की नींद टूटी और तुरंत प्रभावी कदम उठाए गए। आला अधिकारियों ने मध्य गंगा कैनाल के माध्यम से गंगाजल की आपूर्ति की व्यवस्था की। हालांकि, इस प्रक्रिया में समस्याएं भी आईं, क्योंकि मध्य गंगा कैनाल के अपस्ट्रीम से कई छोटी-छोटी कैनाल निकली हुई हैं, जिसके कारण शहर को 140 क्यूसेक की जगह अब महज 35 क्यूसेक पानी ही मिल रहा है। जलकल विभाग के महाप्रबंधक एके राजपूत ने बताया कि पेयजल आपूर्ति को सुचारु बनाए रखने के लिए जल निगम एवं सिंचाई विभाग से समन्वय बनाकर प्रयास किया जा रहा है।

टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था

जल संकट की इस गंभीर स्थिति के बीच, जलकल विभाग ने टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति करने का निर्णय लिया है। महाप्रबंधक ने बताया कि टैंकरों की आवश्यकता होने पर नागरिक निम्नलिखित टोलफ्री नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:

  • टोलफ्री नंबर: 1800-2702722
  • कंट्रोल रूम नंबर: 8192095401
  • सुमित पचौरी का नंबर: 8192095225
  • सहायक अभियंता आशीष कुमार का मोबाइल नंबर: 8192095302

ऊंचाई वाले इलाकों में जल संकट की गंभीरता

जल संकट के कारण निचले इलाकों में कुछ हद तक पानी की आपूर्ति हो रही है, लेकिन शहर के ऊंचाई वाले इलाकों में स्थिति बहुत गंभीर है। विशेषकर बालूगंज, सदर, छीपीटोला, ट्रांस यमुना कालोनी, श्रीनगर कालोनी, महावीरनगर, और बालाजीनगर जैसे क्षेत्रों में पानी की सप्लाई सबसे अधिक प्रभावित हुई है। यहां के निवासियों को पानी की अत्यधिक कमी का सामना करना पड़ रहा है।

यमुनापार में भी जलप्रेशर की कमी

यमुनापार के निवासियों को भी जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। कपिल गौतम ने बताया कि दिन में केवल 15 से 20 मिनट ही जल आपूर्ति हो रही है, वहीं ट्रांस यमुना कॉलोनी के सूरज सिंह ने बताया कि प्रेशर कम होने की वजह से टंकियों में पानी नहीं चढ़ पा रहा है, जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

इस प्रकार, गंगाजल संकट ने शहरवासियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं, और जलकल विभाग सभी संसाधनों का उपयोग कर इस समस्या को सुलझाने का प्रयास कर रहा है। स्थानीय प्रशासन ने निवासियों से अपील की है कि वे पानी के उपयोग में संयम बरतें और जरूरत पड़ने पर टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति के लिए संपर्क करें।

निष्कर्ष

जल संकट की इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, सभी संबंधित विभागों को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है। त्योहारों का समय नजदीक है, ऐसे में जल आपूर्ति को सुचारु करना बेहद महत्वपूर्ण है। शहरवासियों को भी इस कठिन समय में संयम और समझदारी से काम लेना होगा।

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