Bleaching: यूपी में मिठाई में ब्लीचिंग पाउडर का इस्तेमाल, खाद्य सुरक्षा ने किया खुलासा



गोरखपुर में मिलावटी मिठाई की बिक्री से जनता को खतरा जागरण संवाददाता, गोरखपुर। त्योहारों के समय मिठाइयों की चमक-दमक हमेशा लोगों को आकर्षित करती है, लेकिन क्या आप जानते हैं…

गोरखपुर में मिलावटी मिठाई की बिक्री से जनता को खतरा

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। त्योहारों के समय मिठाइयों की चमक-दमक हमेशा लोगों को आकर्षित करती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये मिठाइयाँ आपकी सेहत के लिए कितनी खतरनाक हो सकती हैं? हाल ही में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने गोरखपुर के मियां बाजार स्थित एक मिठाई की दुकान पर छापा मारा, जहाँ उन्हें मिलावटी मिठाइयाँ मिलीं, जो कैंसर का कारण बन सकती हैं।

जांच के दौरान, टीम ने पाया कि दुकानदार ने मिठाई को सफेद और चमकदार दिखाने के लिए ब्लीचिंग पाउडर और डिटर्जेंट का इस्तेमाल किया था। इसके अलावा, ऐसे पाउडर का उपयोग भी किया जा रहा था, जो केवल शरीर पर लगाया जाता है। सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि मिठाई के सेवन से आंत में घाव हो सकते हैं और लंबे समय तक इनका प्रयोग करने से कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।

खिलौने वाली मिठाई और बताशा की नष्ट की गई बड़ी मात्रा

खाद्य सुरक्षा की टीम ने जब मियां बाजार में शुभम गुप्ता की दुकान पर छापा मारा, तो उन्हें 50 किलोग्राम खिलौने वाली मिठाई और 20 किलोग्राम बताशा नष्ट करना पड़ा। यह सब देखकर टीम ने त्वरित कार्रवाई की और मिठाई को नष्ट कर दिया। सहायक आयुक्त ने कहा कि मिठाई में मिलावट की जांच के लिए दो दिन पहले नमूने लिए गए थे, जिनकी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की गई।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विक्रेता मिठाई में मीठा पाउडर डालकर उसे अधिक सफेद दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अत्यधिक सफेद और अस्वाभाविक रूप से चमकदार मिठाइयों से दूर रहें और केवल पंजीकृत एवं स्वच्छ प्रतिष्ठानों से खाद्य पदार्थ खरीदें।

गोरखनाथ क्षेत्र में नमकीन की भी हुई जांच

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने गोरखनाथ क्षेत्र में जेएमडी ब्रांड के नमकीन गोदाम की भी जांच की। यहां से 300 किलोग्राम नमकीन को नष्ट किया गया। इससे पहले, सोमवार को टीम ने सौ किलोग्राम खराब तेल भी नष्ट किया था। इस प्रकार, खाद्य सुरक्षा की टीम लगातार मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।

पनीर विक्रेता से अधिकारियों की भिड़ंत

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने शास्त्री चौक पर दूधियों और पनीर बेचने वालों का पंजीकरण कराने के लिए पहुंची, तो खजनी के निवासी धर्मेंद्र कुमार नामक पनीर विक्रेता ने अधिकारियों से भिड़ंत की। जब टीम ने उसे पंजीकरण कराने के लिए कहा, तो वह भड़क गया और पंजीकरण कराने से मना कर दिया।

सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार ने सख्ती से पनीर का नमूना लिया और विक्रेता ने पहले दूसरे का आधार कार्ड दिया। बाद में, उसने अपना आधार कार्ड देने की पेशकश की। डा. सुधीर कुमार ने स्पष्ट किया कि बिना पंजीकरण के कोई भी खाद्य पदार्थ बेचना अवैध है और ऐसे विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

त्योहारों में मिलावटी खोवा की बिक्री पर नजर

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की सख्ती के बाद बीते होली त्योहार में खोवा मंडी के व्यापारियों ने मिलावटी खोवा न बेचने का प्रण लिया था। लेकिन दीपावली के त्योहार के आते ही, मिलावटी खोवा वापस बाजार में आने लगा है। सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि अब तक जितना भी खोवा जब्त किया गया है, वह सभी खोवा मंडी के लिए ही मंगाया गया था।

उन्होंने व्यापारियों से अपील की कि वे शुद्धता का ध्यान रखें, क्योंकि नागरिकों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता।

कानपुर से आए खोवा का मालिक कोई नहीं

लक्जरी बस और हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन से मंगाए गए 14 क्विंटल खोवा का कोई भी मालिक सामने नहीं आ रहा है। जब खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने खोवा जब्त किया, तो मंडी के कुछ व्यापारी कार्यालय पहुंचे, लेकिन उन्हें बताया गया कि बिना नमूना लिए खोवा नहीं दिया जाएगा। इसके बाद वे वापस चले गए।

मंगलवार को कानपुर से एक व्यक्ति आया और उसने खोवा अपना बताया, लेकिन नमूना लेने के बाद वह भी चला गया। सहायक आयुक्त ने कहा कि यदि कोई नहीं आया, तो खोवा को नष्ट कर दिया जाएगा।

इस प्रकार, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है और मिलावटखोरी के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।

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